सीएम आगमन का सांकेतिक विरोध , सपाक्स का (6 सितंबर) हरदा बन्द का आह्वान !
हरदा
एससी/ एसटी एक्ट के विरोध में , सपाक्स संघटन द्वारा आयोजित बैठक में आज जहां सीएम के आगमन पर शांतिपूर्वक सांकेतिक विरोध पर चर्चा हुई। वहीं 6 सितंबर को भारत बंद को सफल बनाने को लेकर हरदा को जिला स्तर पर बन्द करने की रणनीति पर विचार किया गया।
क्या हुआ बैठक में -
आज शाम को राठी निवास पर सपाक्स ( सामान्य पिछड़ा अल्पसंख्यक) संगठन द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में सपाक्स समाज के प्रबुद्ध नागरिकों ने आयोजन में हिस्सा लिया । एससी/एसटी संशोधन बिल को लेकर सपाक्स की बैठक आहूत की गई । सपाक्स संगठन के बारे में पूर्ण जानकारी देते हुए युवा संयोजक मनीष शर्मा बाबूजी ने बताया कि सपाक्स एक सामाजिक संगठन है। जिसमें सामान्य पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक एवं जिन पर एक्ट्रोसिटी एक्ट लागू होती है । वे सभी वर्ग इस संगठन के सहयोगी हैं ।
बैठक में सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष चंद्रकांत शुक्ला ने इसे काला कानून बताते हुए कहा कि 22 प्रतिशत लोगों को ऐसा रंगदारी का हंटर सरकार ने दिया है अगर इसका दुरुपयोग हुआ तो 78 प्रतिशत जनता पर यह राज करेंगे ।
सपाक्स के जिला संयोजक आर एस गहलोत ने 6 सितंबर को भारत बंद के समर्थन में हरदा जिले को बंद करने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग मांगा। उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से बंद का निवेदन किया ।
बैठक में , अधिवक्तागण अनिल दुबे, सुनील तिवारी एवं शैलेंद्र जोशी ने एक्ट के विषय में अपने विचार रखे। भविष्य की चिंता और दुष्परिणामों पर अपने विचार साझा किए।
मातृशक्ति रंजना भारद्वाज एवं सुधा जोशी ने संगठन में महिला शक्ति की सहभागिता को सुनिश्चित कर संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया ।
बैठक में, युवा शक्ति, वरिष्ठजन एवं मातृशक्ति ने अपनी सहभागिता दी। बैठक में 6 सितंबर को भारत बंद को लेकर सभी तहसीलों के प्रभारी नियुक्त किए । मंच का संचालन लोमेश गौर द्वारा किया गया ।
ऐसे होगा सीएम का विरोध -
बैठक में सामाजिक लोगों द्वारा 6 सितंबर को हरदा आ रहे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के आगमन का सांकेतिक विरोध करने पर भी विचार किया गया। शिवराज सिंह चौहान के निजी स्थानों पर होर्डिंग्स एवं बैनर नहीं लगाए जाएं। सपाक्स समाज के लोग मुख्यमंत्री की सभा में सम्मिलित न हो , आदि निर्णय लिए गए।