सूइसाइड कांड से दहला हजारीबाग, एक ही परिवार के 6 लोगों ने की खुदकुशी

हजारीबाग
दिल्ली के बुराड़ी सूइसाइड कांड को अभी लोग भूले भी नहीं हैं कि झारखंड में इससे मिलती-जुलती हिला देने वाली घटना सामने आई है। हजारीबाग जिले में एक ही परिवार के छह लोगों ने खुदकुशी कर ली है। इस घटना से शहर के लोग स्तब्ध हैं।

बताया जा रहा है कि हजारीबाग में कर्ज से परेशान एक परिवार ने सामूहिक खुदकुशी कर ली। परिवार में कुल छह सदस्य थे। इनमें से पांच लोगों ने फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली, जबकि फैमिली के एक सदस्य ने छत से कूदकर जान दे दी। मरने वालों में माता-पिता, बेटा-बेटी और पोता-पोती शामिल हैं।

मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है और पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। इस घटना से दिल्ली के बुराड़ी में हुए खौफनाक कांड की यादें ताजा हो गई हैं, जब एक ही परिवार के 11 लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।

बुराड़ी में क्या हुआ था?
1 जुलाई को उत्तरी दिल्ली के के संत नगर इलाके में एकसाथ 11 शव मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। संत नगर के गुरुगोविंद सिंह हॉस्पिटल के सामने गली नंबर 2 में एक घर में परिवार के 11 लोगों ने सामूहिक खुदकुशी कर ली थी। मरने वालों में 10 की आंखों पर पट्टी बंधी मिली और वे रेलिंग से लटके पाए गए थे, जबकि एक का शव जमीन पर मिला था ।

दिल्ली के बुराड़ी में एक परिवार के 11 लोगों ने की थी खुदकुशी।

घर के 11 में से 10 सदस्य छत में लगी लोहे की छड़ों से लटके हुए मिले थे जबकि घर की सबसे वरिष्ठ सदस्य 77 वर्षीय नारायण देवी घर के किसी अन्य कमरे में फर्श पर मृत मिलीं। नारायण देवी के साथ उनकी बेटी प्रतिभा (57) और उनके दो बेटे भवनेश (50) और ललित (45) के अलावा भवनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मनिका (23), नीतू (25), धीरेंद्र (15) और ललित की पत्नी टीना (42) , उनके दुष्यंत (15) और प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) मृत मिले थे।

पुलिस ने सीसीटीवी के फुटेज बरामद किए थे , जिसमें परिवार के कुछ सदस्य बाहर से स्टूल और तार लाते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस को घर से 11 डायरियां भी मिली थीं , जिनमें मनोवैज्ञानिक विचार लिखे हुए हैं और मोक्ष प्राप्त करने की विधि के बारे में लिखा हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि सभी की मौत गले में फांसी का फंदा लगने से हुई थी। वहीं, दिल्ली पुलिस इस घटना को तंत्र-मंत्र के ऐंगल से भी जोड़कर तफ्तीश कर रही है। मृतक ललित ने रजिस्टर में लिखा है कि वह अपने पिता की आत्मा से बात करता था।