होम आइसोलेशन व्यवस्था हुई और अधिक सुदृढ़

भोपाल
भोपाल जिले में कोविड-19 के हल्के लक्षणों एवं कम गंभीर मरीजों के उपचार एवं प्रबंधन के लिये होम आइसोलेशन व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ किया गया है। वर्तमान में कुल 27 टीम के माध्यम से होम आइसोलेशन की व्यवस्था की है। कोविड पॉजिटिव मरीजों के लक्षणों की जानकारी लेकर सर्दी-खाँसी, बुखार, ऑक्सीजन सेचुरेशन, गंभीर बीमारियों आदि के आधार पर होम आइसोलेशन का सुझाव दिया जाता है। अभी कुल 2200 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इन सभी को चिकित्सकों द्वारा मेडिसिन किट उपलब्ध करवाई गई है। साथ ही नियमित रूप से परामर्श उपलब्ध करवाया जा रहा है।
होम आइसोलेशन की प्रभारी अधिकारी डॉ. संगीता टाक ने बताया कि होम आइसोलेशन के रोगियों की दैनिक निगरानी जिला-स्तर पर स्थापित कोविड कमाण्ड एवं कंट्रोल सेंटर से प्रतिदिन की जा रही है। मरीज की थोड़ी-सी भी गंभीरता की स्थिति दिखने पर तुरंत अस्पताल पहुँचाया जाता है। टीम द्वारा नियमित एवं निरंतर रूप से मरीजों का फॉलोअप किया जा रहा है। मरीजों को दवाइयों के साथ मानसिक रूप से सशक्त बनाने के लिये परामर्श भी दिया जा रहा है। इन प्रयासों से ऐसे सभी मरीज, जो होम आइसोलेशन में हैं, वे स्वस्थ हैं।
होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को फीवर क्लीनिक और शासकीय एवं चिन्हित निजी अस्पतालों की सूची उपलब्ध करवाई जा रही है। साथ ही एजिथ्रोमाइसिन 500 एमजी, मल्टीविटामिन, सिट्राजिन, पेरासिटामोल, रेनिटिडिन, जिंक, विटामिन-सी की दवाइयाँ निर्धारित मात्रा में उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति को लक्षण दिखने की तारीख या सेम्पल की तारीख से विगत 10 दिनों से लक्षण-रहित होने तथा 3 दिनों से बुखार-रहित होने पर होम आइसोलेशन अवधि समाप्त की जाती है। इसके बाद भी संबंधित व्यक्ति द्वारा अगले 7 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की निगरानी की जाना जरूरी है।