बहुचर्चित मिक्की मेहता हत्याकांड की फिर जांच का आदेश

बहुचर्चित मिक्की मेहता हत्याकांड की फिर जांच का आदेश

रायपुर
 छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित मिक्की मेहता हत्याकांड की सरकार ने एक बार फिर जांच का आदेश दिया है। सेवानिवृत्त डीजी गिरधारी नायक की जांच रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि मिक्की मेहता की मौत की जांच में निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता ने पद का दुस्र्पयोग किया। अब सरकार ने रायपुर रेंज आइजी को तत्काल नए सिरे से जांच कराकर रिपोर्ट तलब की है।

पूर्व गृहमंत्री व भाजपा नेता ननकीराम कंवर की शिकायत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मिक्की मेहता मामले की जांच का आदेश दिया था। डीजीपी डीएम अवस्थी ने तत्कालीन डीजी एंटी नक्सल आपरेशन गिरधारी नायक से जांच कराई। इस रिपोर्ट के अनुसार, प्रकरण की कार्यपालिक दंडाधिकारी से जांच नहीं कराई गई।

रायपुर पुलिस की जगह दुर्ग पुलिस ने प्रकरण की जांच की, जो उनके क्षेत्राधिकार में नहीं था। मिक्की मेहता द्वारा किस दुकान व किस मार्केट से जहर खरीदा गया, यह उनका ड्राइवर नहीं बता पाया। रायपुर शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में जहां चार वेंटिलेटर उपलब्ध थे, जो डॉ सलीम आइसीसीयू एंड किटिकल केयर नर्सिंग होम, बैजनाथपारा से मात्र पांच किमी दूरी पर है, मेहता को यहां न ले जाकर 40 किमी दूर सेक्टर नौ बीएसपी हॉस्पिटल ले जाया गया।

40 किमी की दूरी को एक एंबुलेंस द्वारा दो घंटा 10 मिनट में तय करना पाया गया। एंबुलेंस के ड्राइवर का नाम और पता ज्ञात नहीं है। घटना स्थल का कोई नजरी नक्शा न होना पाया गया। विवेचना को लगभग पांच माह के लिए रोका गया। डॉ. सलीम केसर के अनुसार उन्होंने सिविल लाइन थाना रायपुर में लिखित सूचना दी थी, लेकिन थाने के रिकार्ड में यह सूचना उपलब्ध नहीं है।