बाल विवाह के लिए सजने वाला था मंडप, अफसर पहुंचे और किया ये काम

धमतरी
21वीं सदी के इस दौर में जहां बालिकाओं को जीवन में बेहतर अवसर मिल रहा है. 4जी की स्पीड से दुनिया आपस मे जुड़ रही है. भारत दुनिया का आर्थिक महाशक्ति बन रहा है. वहीं ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह का नासूर ख़त्म नहीं हो पाया है. छत्तीसगढ़ के धमतरी के महिला एवं बाल विकास विभाग ने एक 16 साल की बालिका की शादी समय रहते रुकवा दी.
धमतरी नगर निगम क्षेत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग को बाल विवाह की तैयारी की सूचना मिली. फौरन विभाग की टीम मौके पर पहुचीं और हस्तक्षेप किया. बालिका की कक्षा दसवीं की अंक सूची के मुताबिक उसकी उम्र महज 16 साल की थी. अधिकारियों ने बालिका और वर पक्ष को कानून का हवाला देते हुए बाल विवाह को अपराध होना समझाया. तब कहीं जाकर दोनों पक्ष इस शादी को रोकने की लिए राजी हुए.
महिला एवं बाल विकास के अधिकारी एसके पाठक ने बताया कि विभाग ने दोनों पक्षों से इस संबंध में शपथ पत्र भी लिए हैं. गनीमत है कि समय रहते इसकी सूचना मिल गई और एक कानूनन अपराध तो रुका ही एक सामाजिक कुरीति पर भी अंकुश लगा. इस तरह की सूचना आगे भी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.