150 टेस्ट जीता: पहला एशियाई देश बना भारत
मेलबर्न
भारत रविवार को मेलबर्न में तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराकर टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 150 या इससे अधिक जीत दर्ज करने वाला दुनिया का पांचवां देश बना।
तेज गेंदबाज इशांत शर्मा + ने नाथन लायन को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराके भारत को जीत दिलाई। पंत का मौजूदा सीरीज में यह 20वां शिकार था और वह किसी एक सीरीज में सबसे अधिक शिकार करने वाले भारतीय विकेटकीपर बने।
भारत ने अपने 532वें टेस्ट में 150वीं जीत दर्ज की। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया (384), इंग्लैंड (364), वेस्टइंडीज (171) और साउथ अफ्रीका (162) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया की यह टेस्ट क्रिकेट में 222वीं हार है और उससे अधिक हार सिर्फ इंग्लैंड (298) के नाम पर दर्ज हैं।
कप्तान विराट कोहली ने नेतृत्व में यह टीम इंडिया की विदेशों में 11वीं जीत रही। यह पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली के रेकॉर्ड के बराबर है। भारत ने गांगुली की कप्तानी में विदेशों में 28 टेस्ट खेले थे, जिनमें 11 में उन्हें जीत मिली थी। विराट ने 11 जीत का यह आंकड़ा 24 टेस्ट खेलकर ही हासिल कर लिया है।
11 जीत- विराट कोहली (24 टेस्ट)
11 जीत- सौरभ गांगुली (28 टेस्ट)
6 जीत- MS धोनी (30 टेस्ट)
5 जीत- राहुल द्रविड़ (17 टेस्ट)
इस कैलेंडर साल (2018) में भारत ने भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर 4 टेस्ट मैच (जोहानिसबर्ग, ट्रेंट ब्रिज, एडिलेड और मेलबर्न) जीते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर यह सबसे ज्यादा जीत हैं। इससे पहले टीम इंडिया ने भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर किसी एक कैलेंडर साल में 3 टेस्ट जीते थे। यह तीनों ही जीत उसे न्यू जीलैंड (1968) में मिली थीं।
अब तक यह रेकॉर्ड रहा है कि अगर विराट कोहली किसी टेस्ट मैच में टॉस जीत लेते हैं, तो फिर टीम इंडिया उस टेस्ट को हारती नहीं है। विराट के टॉस जीतने पर भारत का विनिंग रेकॉर्ड भी करीब 85 फीसदी है।
विराट की कप्तानी में अब तक टीम इंडिया 21 बार टॉस जीती है। इनमें से 18 बार टीम को जीत मिली है और बाकी के 3 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
विदेशों में विराट कोहली ने 9 बार टॉस जीते हैं। इनमें से 8 दफा टीम इंडिया को जीत मिली है और केवल एक बार (बांग्लादेश के खिलाफ, फतुल्लाह) में ड्रॉ का सामना करना पड़ा है।
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए भी यह साल शानदार रहा। उन्होंने अपने डेब्यू साल में विकेट के पीछे से 42 शिकार किए। यह किसी विकेट कीपर के डेब्यू साल में टॉप रेकॉर्ड की बराबरी है। पंत से पहले ऑस्ट्रेलिया के ब्रेड हेडिन (2008 में) ने अपने डेब्यू साल में विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार करने का रेकॉर्ड अपने नाम किया था। अब हेडिन और पंत संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं।
जसप्रीत बुमराह ने इसी साल साउथ अफ्रीका में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। अपने डेब्यू साल में इस फास्ट बोलर ने 9 टेस्ट मैच खेलकर कुल 48 शिकार किए। किसी बोलर द्वारा अपने डेब्यू साल में यह तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस मामले में पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के टेरी एल्डरमैन का नाम है, जिन्होंने अपने डेब्यू वर्ष (1981) में 54 शिकार किए थे। इसके बाद वेस्ट इंडीज के दिग्गज फास्ट बोलर कर्टली एम्ब्रोज का नाम है, जिन्होंने 49 विकेट (1988) लेकर दूसरा स्थान हासिल किया।
मेलबर्न की यह ऐतिहासिक जीत इसलिए भी खास है क्योंकि टीम इंडिया की टेस्ट क्रिकेट में यह 150वीं जीत रही। अब भारत 150 टेस्ट जीत हासिल करने वाला दुनिया का 5वां देश बन गया है। भारत से पहले ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज और साउथ अफ्रीका यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
विराट कोहली ने भारतीय कप्तान के रूप में 45वें मैच में टीम की अगुआई करते हुए 26वीं जीत दर्ज की। भारतीय कप्तान के रूप में उनके अधिक जीत अब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर दर्ज हैं जिनकी अगुआई में भारत ने 60 टेस्ट खेले और इनमें से टीम 27 मैचों में जीत दर्ज करने में सफल रही।
टीम मैच जीते हारे ड्रॉ
ऑस्ट्रेलिया 817 384 222 209
इंग्लैंड 1007 364 298 345
वेस्ट इंडीज 539 171 192 175
साउथ अफ्रीका 428 162 142 124
भारत 532 150 165 216
पाकिस्तान 421 136 126 159
कोहली की कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर यह भारत की 11वीं जीत दर्ज। इस जीत के साथ कोहली ने सौरभ गांगुली के रेकॉर्ड की बराबरी कर ली जिनकी अगुआई में भारत ने विदेशी सरजमीं पर इससे पहले सर्वाधिक 11 टेस्ट जीते थे।
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को बॉक्सिंग डे टेस्ट में 137 रनों से हराते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की। भारतीय टीम के जीतने पर सचिन तेंडुलकर से लेकर बॉलिवुड महानायक अमिताभ बच्चन तक ने बधाई दी है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर ने टीम इंडिया को सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए लिखा- टीम इंडिया द्वारा 2-1 की बढ़त लेने क