डेंगू से अब तक 4 लोगों की मौत, सरकारी व निजी अस्पताल फुल

डेंगू से अब तक 4 लोगों की मौत, सरकारी व निजी अस्पताल फुल

हालात हो रहे बेकाबू, प्रशासन का पूरा ध्यान निर्वाचन पर

awdhesh dandotia मुरैना। जानलेवा डेंगू की बीमारी से हाहाकर मचा हुआ है। पिछले 11 दिन में डेंगू के कारण चार लोगों की मौत हो चुकी है। पीडि़तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिला अस्पताल के साथ शहर के निजी नर्सिंग होम मरीजों से फुल है, स्वास्थ्य महकमे के इंतजाम हालात नाकाफी साबित हो रहे है। बीते दो सप्ताह से शहर में डेंगू का प्रकोप फैला हुआ है। हालात लगातार बिगड़ते जा रहे है। पिछले 11 दिन में ही हुई चार मौतों के बाद भी प्रशासन कुंभकर्णी नींद से अब तक नहीं जागा है। [caption id="attachment_6" align="aligncenter" width="353"] bhavtarini[/caption] अब तक 4 बच्चों की हुई मौत डेंगू के कारण रिंकू पाराशर विवेकानंद कॉलोनी गणेशपुरा, राज डण्डौतिया निवासी विस्मिल नगर एबी रोड, कशिश निवासी सबलगढ़ की विगत दस दिनों में मौत हो चुकी है। जबकि शहर की तिलक रोड पर रहने वाले अंशुमन शर्मा पुत्र गिर्राज शर्मा 12 साल की रविवार को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। आगरा, दिल्ली में करा रहे उपचार जिला अस्पताल और शहर के निजी नर्सिंग होम्स में डेंगू पीडि़तों का उपचार जारी है। गोस्वामी रोड गणेशपुरा निवासी ऋषभ पुत्र विनोद त्रिपाठी 14 साल और आदित्य पुत्र राजकुमार दुबे 17 साल निवासी वनखण्डी रोड का आगरा के निजी अस्पतालों में उपचार चल रहा है। लगातार बढ़ती जा रही है डेंगू पीडि़तों की संख्या स्वास्थ्य महकमे द्वारा शनिवार को डेंगू पीडि़तों की संख्या 114 बताई जा रही थी। रविवार को अवकाश के चलते आंकड़ा प्राप्त नहीं हो सका। सोमवार को यह आंकड़ा 120 तक पहुंच गया है। हाईरिस्क जोन में गणेशपुरा, गोपालपुरा, फिर भी नहीं ध्यान डेंगू के मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा गणेशपुरा एवं गोपालपुरा मौहल्लों को हाईरिस्क जोन घोषित किया गया है, लेकिन फिर भी नगर निगम और स्वास्थ्य महकमे द्वारा हालात से निपटने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हालात यह है कि बालक उमावि क्रमांक-2 और बालिका छात्रावास गणेशपुरा की रिहायशी आबादी के बीच स्थित है। स्कूल, छात्रावास और आबादी के बीच खुले मैदान में पिछले 15 दिन से पानी का जमाव बना हुआ है, लेकिन अब तक नगर निगम ने मौके पर पहुंचकर समस्या के निदान की सुध नहीं ली है। नतीजतन मैदान के चारों ओर की आबादी में डेंगू पैर पसारने लगा है। हालात बेकाबू हुए और छात्रावास एवं स्कूल के बच्चों में डेंगू फैल गया तो स्थिति पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाएगा। प्रशासन के लिए जान से ज्यादा मतदाता जागरुकता जरूरी एक ओर डेंगू के कारण लोग काल के गाल में समा रहे है तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन का पूरा ध्यान विस निर्वाचन-2018 में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर है। यही वजह है कि डेंगू से निपटने के इंतजामों को भूलकर प्रशासन के साथ विभिन्न सरकारी महकमों की टीमें मतदाता जागरुकता के लिए रैली, कार्यशाला, वॉल पेंटिंग, मिनी मैराथन दौड़ सहित विभिन्न गतिविधियों के आयोजन में जुटी हुई है।