भाजपाई हुए हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी और 3 निर्दलीय विधायक, पार्टी हेडक्वार्टर में ली BJP की सदस्यता

शिमला, लोकसभा चुनाव की तारीखों की तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी में जुट गई हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सभी छह बागी विधायक और तीन निर्दलीय विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर,राजेंद्र सिंह राणा, चैतन्य शर्मा, देवेंदर भुट्टो और इंदर दत्त लखनपाल और निर्दलीय विधायकों केएल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद कुल 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के पास अब घटकर 34 सीटें हो चुकी हैं। वहीं, बीजेपी की संख्या नहीं बढ़ेगी क्योंकि 6 बागी विधायकों को स्पीकर ने निलंबित कर दिया था और 3 निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
स्पीकर ने इन 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था
हिमाचल प्रदेश के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने राज्यसभा चुनाव में बगावत करने वाले इन 6 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि दल-बदल कानून के तहत 6 माननीय विधायकों के खिलाफ शिकायत विधायक और मंत्री हर्ष वर्धन के माध्यम से हमारे सचिवालय को मिली, जिसके बाद उन्होंने दोनों पक्षों को सुना और अपना फैसला सुनाया। निलंबित किए गए विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया था।
मौजूदा वक्त में विधानसभा में कांग्रेस ही आगे
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक थे। 68 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 35 का था। 6 विधायकों की बगावत के बाद कांग्रेस नंबरगेम में 40 से 34 पर आ गई, जो बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से एक कम है। लेकिन बागी विधायकों के सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद विधानसभा स्ट्रेंथ अब 62 हो गई है। ऐसे में बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा अब 32 हो गया है। तो मौजूदा वक्त में विधानसभा में कांग्रेस ही आगे है।
राज्यसभा चुनाव मेंकांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव था। इसे जीतने के लिए 35 विधायकों के वोट की जरूरत थी। कांग्रेस के पास 40 विधायक थे, इसलिए पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की जीत लगभग तय मानी जा रही थी। बीजेपी के यहां 25 विधायक हैं और उसके पास 10 वोट कम थे, फिर भी पार्टी ने हर्ष महाजन को उम्मीदवार बना दिया था।
जब चुनाव हुए तो कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में वोट कर दिया। इससे बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार को 34-34 वोट मिले। आखिरकार पर्ची के जरिए फैसला किया गया, जिसमें बीजेपी के हर्ष महाजन की जीत हुई।
इन सभी नेताओं के पार्टी में शामिल होने से बीजेपी हिमाचल प्रदेश में मजबूत होगी
इस मौके पर मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सभी नेताओं का स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, बीजेपी न सिर्फ दुनिया की सबसे बड़ी सियासी पार्टी है, बल्कि पार्टी के लीडर और देश के पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे मकबूल लीडर हैं। केंद्र सरकार की उपलब्धियों और गारंटी का जिक्र करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि, इन सभी लीडरों के पार्टी में शामिल होने से बीजेपी हिमाचल प्रदेश में मजीद मजबूत होगी। इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठे वादों की बुनियाद पर हिमाचल प्रदेश में हुकूमत में आई थी और राज्यसभा इलेक्शन के दौरान अवाम का गुस्सा इन 6 कांग्रेस विधायकों द्वारा बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने के तौर पर नजर आया। बता दें कि, राज्यसभा इलेक्शन में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस एमएमए को हिमाचल प्रदेश के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य करार दे दिया था।
पार्टी में नेताओं का स्वागत
उन्होंने कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानते हैं और रियासत की तरक्की में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इस मौके पर बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी अरुण सिंह ने बीजेपी में शामिल होने वाले तमाम लीडरों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि, ये नेता कांग्रेस की पॉलिसियों से परेशान होकर और इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने यकीन दिलाया कि पार्टी इनके मान-सम्मान पर कोई आंच नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि इन लीडरान के बीजेपी ज्वाइन करने से बीजेपी जहां एक तरफ रियासत में मजबूत होगी, वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का सफाया भी हो जाएगा।