6 सहकारी मिलों का आधुनिकीकरण और बढ़ेगा उत्पादन

6 सहकारी मिलों का आधुनिकीकरण और बढ़ेगा उत्पादन

लखनऊ 
प्रदेश सरकार ने  छह सहकारी चीनी मिलों की कार्य क्षमता में सुधार और उनका आधुनिकीकरण किया है। इसमें अनूपशहर (बुलंदशहर), नानपारा (बहराइच), सरसावा (सहारनपुर) पुवायां (शाहजहांपुर), बेलरांय और सम्पूर्णानगर (लखीमपुर खीरी) सहकारी चीनी मिलों का पूरी तरह  तकनीकी आधुनिकीकरण किया गया है।

यह जानकारी देते हुए आयुक्त गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग  संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि आधुनिकीकरण के बाद इन चीनी मिलों में जहां स्टीम की खपत कम होगी, वहीं ऊर्जा एवं बगास की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि चीनी मिलों का आधुनिकीकरण होने से मिलों के संचालन के दौरान ब्रेकडाउन कम होंगे और चीनी की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। उत्पादन भी बढ़ेगा। 

आधुनिकीकरण से प्रत्येक मिल को लगभग 4- 5 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष की अतिरिक्त आय अर्जित हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इन चीनी मिलों के आधुनिकीकरण के कार्य के लिए राज्य सरकार द्वारा 100 करोड़ रूपये की धनराशि उपलब्ध करायी गई है। श्री भूसरेड्डी ने बताया कि इन 06 सहकारी चीनी मिलों में ‘जीरो लिक्विड डिस्चार्ज‘ आस्वनी संयंत्र लगाने का कार्य अंतिम चरण में है। इस संयंत्र की स्थापना से भूगर्भ जल दोहन में 25-30 प्रतिशत की कमी आयेगी। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी होगा और किसानों को प्रेसमड निर्मित बायोकम्पोस्ट खाद उपलब्ध होगी।