किसानों व सरपंचों के हक़ के लिए कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
धान खरीदी तिथि बढ़ाने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण व सरपंचों को वित्तीय अधिकार देने हेतु सौंपा ज्ञापन
मण्डला - देश में हुए ऐतिहासिक किसान आंदोलन के बाद भी किसानों की स्तिथि में कोई बदलाव नहीं आया है। देश का किसान मौसम की मार के साथ सरकार और प्रशासन की दोहरी मार झेलने को आज भी मजबूर है। किसानों के साथ हमेशा खड़े रहने वाली कांग्रेस पार्टी ने इस बार भी किसानों के अधिकारों की लड़ाई को जमीन पर लड़ना शुरू किया है। बुधवार को जिला मुख्यालय में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एड राकेश तिवारी, बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा व निवास विधायक डॉ अशोक मर्सकोले के नेतृत्व में किसानों की मांगों को लेकर कांग्रेस जनों ने एक वृहद रैली निकाली गई और प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि जिले के धान खरीदी केंद्रों में किसानों की धान के तौल के दौरान उनसे ज्यादा धान ली जा रही है जिससे प्रत्येक बोरी में एक किसान को 1 से 2 किलो धान का नुकसान उठाना पड़ रहा है वहीं इस ज्यादा मात्रा में ली गई धान को अनेक केंद्रों पर शासन को सुपुर्द न करके खरीदी केंद्र के कर्मचारी बड़ी मात्रा में हेराफेरी कर रहे हैं इस संबंध की शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक अमले द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है वहीं जिस किसान के द्वारा इस संबंध में आपत्ति की जाती है, उसकी धान को अनेक कारण बताकर रिजेक्ट कर दिया है इस डर से किसान मजबूरी में ज्यादा धान तुलवाकर कम धान का भुगतान पाने को मजबूर हैं। इस हेतु जिले के खरीदी केंद्रों में अब तक हुई शिकायतों के आधार पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए जिन किसानों से ज्यादा धान ली गई है उक्त धान की मात्रा उनके द्वारा कुल बेची गई मात्रा में जोड़कर उसका भुगतान उन्हें करवाया जाए। खरीदी केंद्रों में धान के भंडारण व तुलाई की की उचित व्यवस्था न होने के कारण किसानों को अपनी धान तुलवाने के लिए घंटो तक परेशान होना पड़ रहा है, वहीं अनेक किसानों को तो 2 से 3 दिन भी लग रहे हैं जिससे उन्हें शारिरिक मानसिक परेशानी के साथ अतिरिक्त वाहन भाड़े के रूप में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस हेतु खरीदी केंद्रों में तुलाई कर्मचारियों की संख्या बढ़वाते हुए किसानों के लिए धान भंडारण हेतु उपयुक्त स्थान में बढ़ोतरी सहित पेयजल व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। दिनांक 9, 10 व 11 जनवरी को हुई बेमौसम बारिश से जिले के खरीदी केंद्रों में धान विक्रय करने आये सैकड़ों किसानों की धान भीग गई है जिसकी गुणवत्ता का हवाला देकर केंद्रों में उक्त धान की तुलाई व खरीदी नहीं की जा रही है जिससे संबंधित सैकड़ों किसान काफी अधिक परेशान हैं। इस हेतु जिले के समस्त खरीदी केंद्रों में जिन जिन किसानों की धान भीगी होने के कारण नहीं ली जा रही है उसकी खरीदी की जाए। दिनांक 9, 10 व 11 जनवरी को हुई बारिश से पूर्व सूचना के बाद भी जिले के सभी खरीदी केंद्रों में उपार्जित धान की सुरक्षा हेतु कोई व्यवस्था नहीं की गई थी जिससे जिले भर में हजारों क्विंटल धान भीगकर खराब हो चुकी है वहीं ओपन कैब में भंडारित हजारों क्विंटल धान भीगकर खराब हो गई है जिससे शासन को करोड़ो रूपये की क्षति कारित हुई है। इस हेतु जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाए। अनेक किसानों के मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं होने के कारण उनकी धान खरीदी हेतु केंद्रों से मेसेज उन्हें नहीं मिल पा रहे हैं वहीं अनेक किसानों को मैसेज मिलने के बाद भी मेसेज में दी गई तिथि में खरीदी केंद्रों में धान खरीदी नहीं हो पा रही है जिससे किसान वर्ग अत्यधिक परेशान हैं। इस हेतु धान खरीदी में पंजीकृत ऐसे समस्त किसानों के लिए धान खरीदी हेतु स्थानीय स्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि सभी किसान समय पर अपनी धान विक्रय कर सकें। जिले में धान का उपार्जन निर्धारित लक्ष्य से काफी कम है जिसके कारण जिले के हजारों किसानों की धान अब तक विक्रय नहीं हो सकी है, धान खरीदी हेतु अंतिम तिथि 15 जनवरी निर्धारित है, इस तिथि तक शत प्रतिशत उपार्जन हो पाना संभव नहीं हो सकेगा और हजारों किसान समर्थन मूल्य पर धान विक्रय से वंचित हो जाएंगे, इस हेतु धान खरीदी की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2022 से बढ़ाकर 30 जनवरी 2022 की जाए। दिनांक 9, 10 व 11 जनवरी को हुई बेमौसम बारिश से जिले के अनेक ग्रामों में किसानों की फसल प्रभावित हुई है, इस हेतु जिले भर में सर्वे करवाकर किसानों को क्षतिपूर्ति राशि दिलवाई जाए। पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम पंचायतों में सरपंचों के वित्तीय प्रभार समाप्त कर दिए गए हैं जिससे अन्य जनप्रतिनिधियों की तरह निर्वाचित होकर सरपंचों के अधिकारों का हनन हो रहा है। इस हेतु ग्राम पंचायतों में सरपंचों को पूर्व की तरह ग्राम प्रधान के रूप में वित्तीय अधिकार दिलाये जाएं। जिला कलेक्टर के नाम प्रेषित इस ज्ञापन में शीघ्र सभी मांगो पर कार्यवाही की मांग की गई है। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के समस्त पदाधिकारी कार्यकर्ता सहित कांग्रेस के समस्त ब्लॉक अध्यक्ष व अनुशांगिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।