दिग्विजय सिंह और कांग्रेस आतंकियों के समर्थक: गृहमंत्री नरोत्तम
भोपाल, पीएफआई पर दिग्विजय सिंह का बयान सामने आते ही भारतीय जनता पार्टी चारों तरफ से दिग्विजय सिंह और कांग्रेस को घेरने में जुट गई है। गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी दिग्विजय सिंह के सहारे कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। शुक्रवार को भी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रेसवार्ता कर दिग्विजय सिंह और कांग्रेस को आतंकियों का समर्थक बताया। उन्होंने कहा कि हमास और पीएफआई तो बहाना है कांग्रेस आतंकियों को बचाना चाहती है। हमास ने जब इस्राइल पर आक्रमण किया तब इनमें से किसी का एक शब्द नहीं निकला। मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा, जो मामला अदालत में हो उसे दिग्विजय सिंह कैसे क्लीन चिट दे सकते हैं। खरगे जी, राहुल जी और प्रियंका जी को ये स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे दिग्विजय सिंह के बयान से संतुष्ट हैं।
जाकिर नाइक को शांतिदूत और ओसामा को जी कहते हैं
मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी अभी तक क्यों शांत हैं, समझ नहीं आता। उन्हें साफ करना चाहिए कि क्या वे दिग्विजय के बयान से सहमत हैं कि नहीं। दिग्विजय सिंह कांग्रेस का बंटाधार करके ही मानेंगे। ऐसा पहली बार नहीं है। जब भी ऐसे विषय आते हैं दिग्विजय सिंह हमेशा फ्रंटलाइन में खड़े दिखते हैं। ये गाय पर सवाल उठा देते हैं पर कभी बकरी पर सवाल क्यों नहीं उठाते हैं। ये केवल तुष्टीकरण करते हैं जाकिर नाइक को शांतिदूत और ओसामा को जी कहते हैं।
कांग्रेस का यही फसाना, आग भी लगाना और आंसू भी बहाना
मिश्रा ने आगे कहा कि ये आतंकियों की मौत पर आंसू बहाते हैं। मुस्लिमों को डर दिखाकर इकठठा करो और हिंदू को जातियों में बांटो की दोमुंही राजनीति करते हैं। कांग्रेस का यही फसाना है आग भी लगाना है और आंसू भी बहाना है। ये वही दिग्विजय सिंह हैं जो कहते हैं, केंद्र में सरकार बनने पर धारा 370 फिर से लगाएंगे। ये किस आधार पर कहते हैं कि पीएफआई के 97 फीसदी लोग निर्दोष हैं। जबकि पीएफआई घोषित आतंकी संगठन है। ये दिग्विजय सिंह ही हैं जिनके शासन काल में सिमी का नेटवर्क मध्यप्रदेश में पैर पसार रहा था। कांग्रेस ने जिस हमास का समर्थन किया उसका समर्थन तो किसी मुस्लिम देश ने भी नहीं किया। जातिय जनगणना भी दिग्विजय सिंह जैसों की ही सोच की उपज है जो हिंदू को बांटकर राज करना चाहते हैं।