पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर खुद फोन से बनाएं अपना डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र 

पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर खुद फोन से बनाएं अपना डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र 

भोपाल। अगर आप भी पेंशनर्स हैं तो यह आपके लिए खुशी की खबर है। दरअसल अब आपको अपने जीवन प्रमाण पत्र के लिए बार-बार पेंशन कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अब पेंशनर्स खुद अपने मोबाइल पर ही अपना जीवन प्रमाण पत्र बना सकेंगे। गौरतलब है कि पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है।

डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान 
दरअसल पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत मोबाइल पर फेस आथेंटिकेशन ऐप के माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए बड़ी संख्या में वृद्ध पेंशनभोगी आगे आ रहे हैं। अपने मोबाइल फोन में फेस ऑथेंटिकेशन जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड कर, खुद ही अपने फोन से जीवन प्रमाणपत्र बना सकते हैं।

 पोस्ट आफिस का कर्मचारी घर आकर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाएगा
अगर वह स्वयं ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, तो वह पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी इसे बनवा सकते हैं। इसके लिए पोस्ट ऑफिस में संपर्क करना होगा। जिसके बाद पोस्ट आफिस का कर्मचारी घर आकर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाएगा, जिसके लिए 70 रुपए शुल्क अदा करना होगा। कंद्र सरकार के डिजिटलाइजेशन अभियान से पेंशनर्स को जीवित प्रमाण पत्र देना आसान हो गया है। इसके लिए बस थोड़ा तकनीकी ज्ञान जरूरी है। एक बार एप के माध्यम से लॉग इन कर लिया तो हर साल प्रमाण पत्र देना भी जरूरी नहीं होगा। जिससे पेंशनर्स को मिलने वाली पैंशन में कोई बाधा नहीं आएगी। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से स्टेट बैंक बाड़ा स्थित ब्रांच में एक दिन का डिजिटल जीवित प्रमाण बनाने के लिए शिविर भी लगाया गया था। जिसमें सैंकड़ों पैंशनर्स ने अपना प्रमाण पत्र बनवाया।

हर साल 30 नवंबर को पेंशनर्स को अपने जीवित होने संबंधी प्रमाण पत्र देना होता 
गौरतलब है कि डिजिटलाइजेशन से पहले हर साल 30 नवंबर को पेंशनर्स को अपने जीवित होने संबंधी प्रमाण पत्र देना होता था। इस प्रक्रिया के तहत उन्हें जीवन प्रमाण पत्र हर साल रिन्यू करवाना होता था। इसके लिए कई बार उन्हें बहुत परेशानियों का सामना भी करना पड़ता था। लेकिन, अब वह अपने जीवित होने का प्रमाण मोबाइल के जरिए बना सकेंगे। इसके बाद बैंक, पोस्ट आफिस आदि जहां से पेंशन मिलती है, वहां पर डिजिटल रूप में ही दे भी सकेंगे।

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