आदि उत्सव - 2023 का हुआ भव्य शुभारंभ...

आदि उत्सव - 2023 का हुआ भव्य शुभारंभ...
आदि उत्सव - 2023 का हुआ भव्य शुभारंभ...

आदि उत्सव - 2023 का हुआ भव्य शुभारंभ

विधानसभा अध्यक्ष गोवा श्री तावड़कर एवं केन्द्रीय मंत्री श्री टूडू हुए शामिल

लोक कलाकारों की पारंपरिक धुनों पर थिरके अतिथि

मण्डला (27 मई 2023) - मंडला के रामनगर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले आदि उत्सव का 27 मई को भव्य शुभारंभ हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गोवा रमेश तावड़कर मुख्य अतिथि थे। उनके साथ केन्द्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू भी शामिल हुए। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कार्यक्रम के स्वागत संबोधन में कहा कि आदि उत्सव मंडला जिले सहित आदिवासी जिलों की संस्कृति का परिचय कराने वाला महोत्सव है। उन्हांेने उत्सव में शामिल होने वाले आसपास के जिलों, प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर के लोक कलाकारों एवं प्रतिनिधियों का मंच से स्वागत किया। श्री कुलस्ते ने अलग-अलग स्थानों से पहुंचे राजवंशीय परिजनों के प्रतिनिधियों का भी स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने अपने संबोधन में 2 दिवसीय आदि उत्सव के दौरान होने वाली अलग-अलग गतिविधियों एवं कार्यक्रमों की रूपरेखा की जानकारी दी।


 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष गोवा रमेश तावड़कर ने अपने संबोधन में कहा कि गोवा में भी जनजातीय संस्कृति को परिचय कराने वाले कार्यक्रम का विगत कई वर्षों से आयोजन हो रहा है। रामनगर का यह कार्यक्रम मंडला सहित राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य तथा राजनीति के क्षेत्र में बेहतर करने वाले जनजातीय समाज के प्रतिनिधियों को अपने समाज के उत्थान में योगदान देने की अपील की। केन्द्रीय जनजातीय कार्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू ने केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली जनजातीय कल्याण की योजनाओं एवं नीतियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आदि उत्सव भावी पीढ़ी को आदिवासी समाज की भाषा, संस्कृति तथा परंपराओं को सीखने, समझने तथा आत्मसात करने में बखूबी सहयोग करेगा एवं महत्वपूर्ण साबित होगा।

ध्वज स्थल का वंदन, प्रदर्शनी का अवलोकन -
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष गोवा रमेश तावड़कर ने गोंडवाना साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास के प्रतीक ध्वज स्थल पर पूजन कर एवं ध्वज आरोहण कर किया। इसके पश्चात अतिथियों ने आयुष एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क उपचार एवं परीक्षण के लिए लगाए गए शिविर का अवलोकन किया। साथ ही विभिन्न विभागों के स्टॉल्स को भी देखा। मंच से सभी अतिथियों का पारंपरिक मुकुट एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया। मंच से अतिथियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया।

पारंपरिक धुनों पर थिरके अतिथि -
आदि उत्सव में मंडला, डिंडौरी, सिवनी तथा अन्य स्थानों से आए लोक कलाकारों ने लोकनृत्य एवं वाद्ययंत्रों की आकर्षक प्रस्तुति से उपस्थित अतिथियों एवं जनमानस को प्रभावित किया। अतिथि भी मंच से उतरकर कलाकारों के दल में शामिल हुए तथा मांदर, टिमकी, बांसुरी, नगाड़े जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुनों पर थिरकने से खुद को रोक नहीं पाए। अतिथियों ने लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया एवं परिचय भी प्राप्त किया। कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद संपतिया उईके, विधायक मंडला देवसिंह सैयाम, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश तेकाम, पूर्व विधायक रामप्यारे कुलस्ते, पंडित सिंह धुर्वे एवं तुलसीराम धूमकेती, समाजसेवी भीष्म द्विवेदी, अनुराग चौरसिया, सुधीर कसार तथा बड़ी संख्या में जनमानस उपस्थित था।

राजपरिवारों के प्रतिनिधियों का पारंपरिक स्वागत -
2 दिवसीय आदि उत्सव के दौरान देशभर के अलग-अलग स्थानों पर शासन करने वाले जनजातीय राज परिवारों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था। शुभारंभ कार्यक्रम में हर्रई जागीर के राजा कमलेश प्रताप शाह तथा कामिनि शाह, मदनपुर ढिलवार के कुंवर भीष्मशाह तथा कुंवर तिलकशाह, भंडारा महाराष्ट्र के राजा नितेश प्रताप सिंह, सरेखा के ठाकुर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, मर्रई के निर्मलशाह, माहुलझिर जागीर के ठाकुर रोहितभान शाह, झिरिया इमलई के बालबहादुर सिंह, सुंदरपुर के त्रिलोक सिंह तथा मछेरा के गनपतशाह शामिल हुए। केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित जनप्रतिनिधियों ने राजवंशीय परिजनों का परंपरागत माला, मुकुट एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम ने प्रथम दिवस के शुभारंभ कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया।

समापन दिवस पर संगोष्ठियाँ एवं सम्मान -
27 एवं 28 मई 2023 को आयोजित हो रहे 2 दिवसीय आदि उत्सव का समापन 28 मई की शाम को होगा। समापन दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि केन्द्र सरकार के जनजातीय कार्य राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू होंगे। इस दिन म.प्र. सरकार की जनजातीय कार्यमंत्री मीनासिंह मांडवे भी शामिल होंगी। समापन दिवस के अवसर पर प्रातः 11 बजे से 1 बजे तक गोंडकालीन राजा एवं जनजातीय महापुरूषों के इतिहास, पुरातत्व एवं विकास पर आधारित संगोष्ठी का आयोजन होगा। इस संगोष्ठी में इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के विद्वान, स्थानीय विशेषज्ञ तथा अलग-अलग क्षेत्र के जानकार शामिल होंगे। दोपहर 1 बजे से 1:30 बजे तक अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा। दोपहर 3 से 5 बजे तक लोक कलाकारों की प्रस्तुति होगी। शाम 5 बजे सांस्कृतिक महासंगम के पर्व आदि उत्सव का समापन होगा।

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