इंदौर के ग्रीन बॉन्ड को शानदार सफलता, सवा दो घंटे में इसमें 300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव, 661 करोड़ जुटाए

इंदौर के ग्रीन बॉन्ड को शानदार सफलता, सवा दो घंटे में इसमें 300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव, 661 करोड़ जुटाए

इंदौर, स्वच्छता में लगातार छह बार पहले स्थान पर रहने वाला इंदौर नगर निगम अब सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है। निगम ने खरगोन जिले के जलूद में नर्मदा किनारे सोलर प्लांट लगाने के लिए शुक्रवार को ग्रीन बॉन्ड इश्यू जारी किया। पहले सवा दो घंटे में इसमें 300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए। बाजार बंद होने तक दिनभर में यह करीब ढाई गुना ओवर सब्सक्राइब हुआ। दिनभर में इश्यू के तहत 661.52 करोड़ रुपये का अभिदान हासिल हुआ। इश्यू 14 फरवरी तक खुला है। निगम के एक बॉन्ड का मूल्य एक हजार रुपये है।

इश्यू को बाजार व निवेशकों का जबर्दस्त समर्थन मिला
इंदौर के मेयर पुष्य मित्र भार्गव इश्यू के लिए निवेशकों से रूबरू होने के लिए दो दिन पहले मुंबई पहुंचे थे और रोड शो में शामिल हुए थे। शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे ग्रीन बॉन्ड इश्यू जारी किया गया। उसे बाजार व निवेशकों का जबर्दस्त समर्थन मिला। इश्यू पहले दिन ही ढाई गुना से ज्यादा ओवर सब्सक्राइब हो गया। निगम ने बॉन्ड से 244 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। बॉन्ड की प्रभावी कूपन दर यानी ब्याज दर 8.25 फीसदी है, लेकिन वार्षिक आधार पर यह 8.41 फीसदी रहेगी। ब्याज राशि का हर छह माह में भुगतान होगा। नगर निगम सेबी के नियमों के अनुसार भुगतान करेगा। निगम के ग्रीन बांड को निवेशकों के हाथों-हाथ लिया।

बाजार बंद होने तक यह राशि बढ़कर 641 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई
शुक्रवार को खुले बॉन्ड इश्यू बंद होने की तारीख 14 फरवरी है, लेकिन शुक्रवार को ही इसे जबर्दस्त कामयाबी मिल गई।  कुछ ही देर में इश्यू के तहत 300 करोड़ रुपये प्राप्त हो गए और बाजार बंद होने तक यह राशि बढ़कर 641 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई। अब देखना होगा कि अतिरिक्त राशि निगम स्वीकार करना चाहेगा या निवेशकों को यह राशि लौटा दी जाएगी।

सीएम शिवराज बोले- गौरव की बात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इश्यू की कामयाबी पर ट्वीट करते हुए कहा, 'इंदौरियों व प्रदेशवासियों के लिए यह गौरव की बात है। प्रदेश के किसी नगरीय निकाय का यह पहला ग्रीन पब्लिक बॉन्ड है। मैं निवेशकों को भी बधाई देता हूं।'

महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा अब बिजली भी बचाएंगे
महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि जलूद स्थित नर्मदा जल संयंत्र के विद्युत पंपों के लिए 240 करोड रुपये की लागत से 60 मेगावॉट का सौर ऊर्जा प्लांट लगाना है। इसके लिए 244 करोड रुपये के ग्रीन बॉन्ड शुक्रवार को जारी किए गए थे। इसमें इंदौर नगर निगम ने 300 करोड़ रुपये जुटाए हैं। अब हम जल्दी ही सोलर प्लांट लगाएंगे। इससे नर्मदा नदी में लगाए गए पंपों से पानी लेने में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा। स्वच्छता में रिकॉर्ड बनाने के बाद अब नगर निगम बिजली बचाने की दिशा में भी काम कर रहा है।

70 किलोमीटर दूर से आता है इंदौर में पानी
बता दें, इंदौर की नर्मदा पेयजल परियोजना देश की महंगी जल आपूर्ति योजनाओं में से एक है। इंदौर से 70 किलोमीटर दूर महेश्वर के समीप जलूद से नर्मदा का पानी बिजली के पंपों के जरिए इंदौर लाया जाता है। नर्मदा तृतीय चरण में बिजली की खपत कम करने के लिए बीच में आने वाले पहाड़ों को काटकर डेढ़ किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण भी किया गया है।

सौर ऊर्जा संयंत्र से निगम को आठ से दस करोड़ की बचत होगी
अब सौर ऊर्जा से पैदा होने वाली बिजली का उपयोग कर पानी इंदौर तक लाया जाएगा। सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने से निगम को हर साल आठ-दस करोड़ रुपये की बचत होगी। अभी सालभर में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजली बिल नगर निगम को चुकाना पड़ता है। नर्मदा परियोजना के तीन चरणों से शहर को 500 एमएलडी पानी रोज इंदौर आता है। योजना के पहले चरण से 1978 में नर्मदा का पानी इंदौर पहुंचा था।

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