महंगाई राहत कैम्प- समाधान की चाबी से खुले खुशियों के द्वार

महंगाई राहत कैम्प- समाधान की चाबी से खुले खुशियों के द्वार

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा प्रदेशभर में आयोजित किये जा रहे महंगाई राहत कैम्प आम जन के लिए समाधान की ऐसी चाबी साबित हुए हैं जिससे उनके जीवन में खुशियों के द्वार खुल गए हैं। एक ही जगह पर एक साथ दस बड़ी योजनाओं का लाभ मिलने से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है। बचत-बढ़त-राहत मिलने की खुशी कैम्प में जनता की प्रतिक्रियाओं के माध्यम से झलक रही है। उनका कहना है कि जिन लोगों की आमदनी बेहद कम हैं, उनके लिए एक-एक रूपये की बचत का महत्त्व होता है और महंगाई राहत कैम्प के माध्यम से तो हजारों रूपये तक की मासिक बचत हो रही है।
अब मजबूर नहीं, मजबूत हैं मिनकी देवी-
बीकानेर निवासी मिनकी देवी का जीवन महंगाई से प्रतिदिन संघर्ष करते हुए व्यतीत हो रहा था। वे ऊन-कोटड़ी में मजदूरी करती हैं व उनके पति भी श्रमिक हैं। बड़ा परिवार और सीमित आय होने के कारण मजबूरी में उन्हें परिवार के जरूरी खर्चों में भी कटौती करनी पड़ती थी। ऐसे में उन्हें महंगाई राहत कैम्प की जानकारी मिली। कैम्प में पहुंचने पर उनका एक साथ 6 कल्याणकारी योजनाओं में रजिस्ट्रेशन कर मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड प्रदान किये गये। अब उन्हें हर महीने निःशुल्क फूड पैकेट व 100 यूनिट तक निःशुल्क बिजली,500 रुपये में गैस सिलेंडर,125 दिन का रोजगार तो मिलेगा ही,साथ ही परिवार को स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा की सुरक्षा भी मिल जाएगी । ख़ुशी से भावुक हुई मिनकी देवी ने राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ पाकर उनके परिवार को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी और जीवन बेहतर ढंग से गुजर सकेगा।
नंदलाल की बंद पेंशन फिर हुई शुरू-
चूरू के हरियासर घड़सोतान में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान एवं  महंगाई राहत कैंप 75 वर्षीय नंदलाल के लिए वरदान साबित हुआ। उनकी पेंशन पिछले पांच माह से सत्यापन के अभाव में रुकी हुई थी। उम्र अधिक होने के कारण अंगूठे तथा आंखों के स्कैन से सत्यापन नहीं हो पा रहा था। जब उन्होंने कैम्प में मौजूद अधिकारियों को अपनी व्यथा सुनाई तो विकास अधिकारी की आईडी से तत्काल सत्यापन कर पेंशन आदेश जारी कर दिया गया । इसके साथ ही नंदलाल को गैस सिलेंडर सब्सिडी, निःशुल्क बिजली, निःशुल्क कृषि बिजली, ग्रामीण रोजगार गारंटी, अन्नपूर्णा फूड पैकेट, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजनाओं में पंजीकरण कर गारंटी कार्ड सौंपे गए । उन्होंने डबडबाई आंखों से राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए इन कैम्पों को गरीब, बुजुर्ग एवं असहाय व्यक्तियों के लिए वरदान बताया।
जनप्रतिनिधि ने की काली देवी की मदद-
टोंक जिले की बूढ़ा देवल गांव की निवासी काली देवी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण अब तक मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से वंचित थी। जब गांव में आयोजित कैंप में उन्होंने अपनी परेशानी गांव के सरपंच को बताई तो उन्होंने तत्काल आर्थिक सहायता देकर काली देवी का मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में पंजीकरण कराया । अब काली देवी को महंगे इलाज की चिंता नहीं सताएगी। उन्होंने संवेदनशीलता दिखाने के लिए सरपंच और ऐसी अनूठी योजना के लिए राज्य सरकार को तहेदिल से दुआएं दी ।
केसरी देवी की कम हो जाएंगी दुश्वारियां-
श्रीगंगानगर के  45 जीबी गांव निवासी 70 वर्षीय केसरी देवी के यूं तो तीन पुत्र है, मगर तीनों ही अलग रहते हैं। ऐसे में उनकी वृद्धावस्था कठिनाइयों में बीत रही थी। अब महंगाई राहत कैम्प के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाएं उनके जीने का सहारा  बन गई हैं। कैंप में केसरी देवी को आठ योजनाओं यथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा योजना, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं कामधेनु पशु बीमा योजना के लाभ की गारंटी मिली। लाभ पाकर केसरी देवी ने राज्य सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि अब जीवन की दुश्वारियां कम हो जाएंगी।
रामनारायण को मिला टेंशन से छुटकारा-
सवाई माधोपुर जिले के समुद्रपुरा गांव निवासी रामनारायण कीर पशुपालन व मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का गुजारा करते हैं। मगर दोनों स्रोत की कुल आमदनी भी घर खर्च के लिए अपर्याप्त ही रहती है। इन परिस्थितियों में दिनों-दिन बढ़ती महंगाई कोढ़ में खाज का काम कर रही है । गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से महंगाई राहत कैंप की जानकारी मिलने पर वे सारसोप ग्राम पंचायत में आयोजित कैंप में पहुंचे। जब उनका जन आधार नंबर कम्प्यूटर सिस्टम में फीड किया गया तो राज्य सरकार की प्रमुख 8 योजनाओं के लिए उनकी पात्रता सिद्ध हुई । रजिस्ट्रेशन के बाद रामनारायण को हाथों-हाथ सभी योजनाओं के गारंटी कार्ड सौंप दिए गए। एक साथ 8 योजनाओं के लाभ की गारंटी मिलने से रामनारायण ने कहा “ईश्वर ने मेरी सुन ली। अब घर चलाने की टेंशन खत्म हो जाएगी, मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को कोटि-कोटि धन्यवाद।”

रतनी बाई को सम्मान के साथ मिला लाभ-
चित्तौड़गढ़ जिले की गौरा जी का निंबाहेड़ा ग्राम पंचायत में आयोजित महंगाई राहत कैंप में अधिकारियों की संवेदनशीलता की झलक देखने को मिली। हुआ यूं कि एक वृद्ध महिला  रतनी बाई कैम्प में अपना पंजीकरण करवाने के लिए पहुंची,मगर रजिस्ट्रेशन के लिए लम्बी कतार देखकर परेशान हो रही थी। जब कैंप प्रभारी की नज़र उन पर पड़ी तो सम्मान के साथ कुर्सी पर बिठाया और रजिस्ट्रेशन करवाने में मदद की।
रतनी बाई को बिना किसी परेशानी के चंद मिनटों में ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना,मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना तथा मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना का लाभ मिल गया । ख़ुशी से प्रफुल्लित होकर उन्होंने महंगाई राहत कैंप को गरीबों के लिए वरदान बताया ।
गोपाल के जीवन में खुशियों की सौगात-
जैसलमेर के नेडान गांव के निवासी गोपाल की गृहस्थी की नैया महंगाई की लहरों में हिचकोले खा रही थी। परिवार दिन-रात परिश्रम के बावजूद दो वक्त की रोटी के लिए जूझ रहा था। उन्हें मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फ़ूड पैकेट योजना, मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना तथा इन्दिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना का लाभ मिला। योजनाओं का लाभ मिलने से गोपाल की आंखों में ख़ुशी की चमक आ गई । उन्होंने कहा कि हर महीने निःशुल्क बिजली, निःशुल्क राशन और सस्ती गैस मिलने से उनके परिवार को बड़ा सहारा मिलेगा। साथ ही 125 दिन के रोजगार की गारंटी भी राहत देगी। अब हम महंगाई का डटकर मुकाबला कर पाएंगे।
पाना देवी को मिली दोहरी राहत-
चूरू के रणधीसर गांव में आयोजित  कैंप पाना देवी के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। पति की मृत्यु के बाद उनके दो बच्चों को पालनहार योजना का लाभ मिल रहा था मगर पिछले वर्ष जुलाई माह से तकनीकी कारणों के चलते सहायता राशि मिलनी बंद हो गई । जब उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान एवं महंगाई राहत कैंप में पहुंचकर अधिकारियों को अपनी समस्या बताई तो उन्होंने तत्काल रिकॉर्ड की जांच करके दोनों बच्चों की सहायता राशि पुनः शुरू करवाई तथा बकाया भुगतान के लिए भी स्वीकृति जारी की । इसके अलावा  पाना देवी का महंगाई राहत कैंप में छह योजनाओं में पंजीकरण भी किया गया। दोहरी राहत पाकर पाना देवी ने गदगद हृदय से प्रशासन का आभार व्यक्त किया ।

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