'नाथ' के गढ़ में कमल का साथ, भाजपा में शामिल हुए कांग्रेसी विधायक कमलेश शाह
छिंदवाड़ा, लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को मध्य प्रदेश में तगड़ा झटका लगा है। यह झटका अभेद किले छिंदवाड़ा में लगा है। 2023 में चुनाव जीतकर तीसरी बार आए अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कमलेश शाह ने भोपाल में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। उन्हें सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सदस्यता दिलाई है। इस मौके पर कमलेश शाह के बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद रहे हैं।
पहली बार छिंदवाड़ा जिले के विधायक को तोड़ा
छिंदवाड़ा फतह के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पार्टी कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को पटखनी देने के लिए हर हथकंडे अपना रही है। अभी बीजेपी उनके समर्थक और करीबी नेताओं को तोड़कर अपने पाले में ला रही थी। पहली बार छिंदवाड़ा जिले के विधायक को तोड़ा है। छिंदवाड़ा जिले में लोकसभा की सात विधानसभा सीटें हैं। उनमें अमरवाड़ा से तीसरी बार के विधायक कमलेश शाह ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है। यह कमलनाथ के लिए बड़ा झटका है।
पत्नी माधवी शाह भी बीजेपी में शामिल
कमलेश शाह के साथ उनकी पत्नी माधवी शाह भी बीजेपी में शामिल हुई है। माधवी शाह हरई नगरपालिका की पूर्व अध्यक्ष थीं। बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद दोनों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से प्रभावित होकर बीजेपी में आया हूं। बताया जा रहा है कि इन्हें बीजेपी में लाने में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ी भूमिका निभाई है। वह छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के प्रभारी भी हैं।
दो दिन पहले छिंदवाड़ा गए थे सीएम
दरअसल, कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा को जीतने के लिए बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है। सीएम मोहन यादव ने दो दिन पहले ही छिंदवाड़ा में जाकर सभा की थी। उन्होंने कमलनाथ पर खूब हमले किए थे। छिंदवाड़ा से बीजेपी ने इस बार विवेक बंटी शाहू को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से नकुलनाथ ही उम्मीदवार हैं।
सातों विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा
एमपी में छिंदवाड़ा ऐसा जिला है, जहां की सातों विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को अपने पाले में कर लिया है। कमलेश शाह उस इलाके में आदिवासियों के बड़े नेता माने जाते हैं। इनके आने से नकुलनाथ की परेशानी बढ़ जाएगी। आगे की राहें उनके लिए आसान नहीं होगी। सालों पुराने उनके बड़े करीबी साथ छोड़ रहे हैं। कुछ दिन पहले सैयद जाफर ने भी बीजेपी की सदस्यता ले ली है।