देश के 152 व राजस्थान के दस नगरीय निकायों में ‘नक्शा’ की शुरुवात
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संपत्तियों के सटीक सीमांकन को मिलेगी नई दिशा और दशा: नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री
जयपुर। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान ने देश को एक नई दिशा प्रदान की है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का प्रगतिशील और तकनीकी रूप से उन्नत राजस्थान के सपने को साकार करने के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न तकनीकी नवाचार किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड मॉडर्नाइजेशन कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में नक्शा प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया। राजस्थान सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य के 10 नगरीय निकायों का चयन किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत भिवाड़ी, किशनगढ़, ब्यावर,सवाईमाधोपुर,जैसलमेर,पुष्कर,बगरू,बहरोड़,नवलगढ़ और नाथद्वारा में नगरपालिका की सम्पूर्ण भूमि क्षेत्र का ड्रोन सर्वेक्षण द्वारा डिजिटल मैपिंग करवा भूमि अधिकार अभिलेख का डिजिटलीकरण किया जाएगा। जिससे भूमि संबंधी सूचनाओं को साझा करना और पारदर्शी बनाना आसान होगा।
शहरी विकास को मिलेगी नई दिशा और गति- नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री
नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि नक्शा परियोजना से शहरी विकास को नई दिशा मिलेगी। इस उन्नत भूमि प्रबंधन प्रणाली से शहरी क्षेत्र में जमीन से जुड़ी प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित हो सकेगी। उन्होंने कहा कि इससे शहरी क्षेत्रों में संपत्तियों का सटीक सीमांकन संभव होगा। सम्पत्ति के स्वामित्व की जानकारी भी रजिस्टर होंगी तथा लैंड रिकॉर्ड डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगे। इससे आमजन अपनी संपत्ति की जानकारी ऑनलाइन एक क्लिक में देख सकेंगे। यह पहल भूमि विवादों को कम करने, संपत्ति के अधिकारों को सुनिश्चित करने और सुव्यवस्थित नगरीय विकास को गति देने में मददगार होगी। उन्होंने आमजन को इसमें सहयोग देने की अपील भी की ।
जनसहयोग से बनाये इस प्रोजेक्ट को सफल- प्रमुख शासन सचिव , स्वायत्त शासन विभाग-
स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने कहा कि सभी अधिकारी इस प्रोजेक्ट का प्रचार प्रसार सुनिश्चित कर आमजन को जागरूक करें इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए जनसहयोग आवश्यक है । नक्शा प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए हम कटिबद्ध है ।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा संचार राज्य मंत्री डॉ चन्द्रशेखर पेम्मसानी द्वारा किया गया।
जानिये नक्शा प्रोजेक्ट के बारे में, कैसे काम करेगा नक्शा
हवाई सर्वेक्षण से सटीक मैपिंग की जायेगी। राज्य सरकारों व नागरिक भागीदारी से भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन किया जायेगा। डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर आसान एक्सेस उपलब्ध होने से भू-स्थानिक डेटा से सटीक अर्बन प्लानिंग की जा सकेगी।
नक्शा आधुनिक तकनीक से भविष्य की योजना को मिलेगी नई दिशा
ड्रोन सर्वे से सटीक और तेज डेटा संग्रहण किया जायेगा। 20 नाडिर कैंमरा की मदद से स्पष्ट और सटीक नक्शों की उपलब्धता हो सकेगी साथ ही आब्लिक एंगल कैमरा की मदद से हर एंगल से सही जानकारी उपलब्ध होगी। इसमें उन्नत 3डी मैंपिंग के लिए लिडार सेंसर तकनीक का उपयोग भी किया जाएगा ।
नक्शा के लाभ
सटीक और ऑनलाइन भूमि रिकाॅर्ड उपलबध होंगे। शहरी भूमि प्रबंधन में सुधार होगा। उन्नत शहरी भूमि प्रशासन और आपदा प्रबंधन में उपयोगी होगा साथ ही जमीन से जुडी प्रक्रियाएं पारदर्शी और तेज होगीं।
नक्शा क्यों जरूरी है
जमीन के मालिकाना हक को लेकर झगडें और सालों तक चलने वाले मुकदमे को खत्म करना व आधारभूत संरचनाओं में रूकावाट की समस्या का समाधान कराना। भूमि रिकाॅर्ड को पारदर्शी, सटीक और सभी के लिए एक क्लिक पर उपलब्ध बनाना