चुनावी बांड में मुबई आगे, कैशिंग में दिल्ली पहले नंबर पर
नई दिल्ली, 2018 में चुनावी बॉन्ड या इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की शुरुआत के बाद से अब तक सबसे ज्यादा बॉन्ड मुंबई में बिके हैं। इसके अलावा कैशिंग में दिल्ली पहले नंबर पर है। आरटीआई में यह बड़ा खुलासा हुआ है। कमोडोर लोकेश बत्रा (रिटायर्ड) की ओर से इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर RTI के जवाब में एसबीआई ने 23 नवंबर, 2022 को ये आंकड़े जारी किए हैं।
2018 में योजना की शुरुआत
2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 1 अक्टूबर, 2022 तक भारतीय स्टेट बैंक की मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद ब्रांच में कुल चुनावी बॉन्ड का लगभग 65 प्रतिशत हिस्सा बेचा गया है। एसबीआई की ओर से सूचना के अधिकार के जवाब के अनुसार, इस अवधि के दौरान कुल बॉन्ड में से 62 प्रतिशत नई दिल्ली ब्रांच में कैश करवाए गए।
बैंक की 29 शाखाएं उन्हें बेचने के लिए अधिकृत
आरटीआई के अनुसार, पहली किश्त मार्च 2018 में बेची गई थी। एसबीआई की 17 शाखाओं में अब तक 10,791.47 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड बेचे गए। हालांकि, बैंक की 29 शाखाएं उन्हें बेचने के लिए अधिकृत हैं। एसबीआई ने 23 नवंबर, 2022 को कमोडोर लोकेश बत्रा (रिटायर्ड) की ओर से दायर आरटीआई के जवाब में, इलेक्टोरल बॉन्ड की बिक्री को लेकर डेटा शो किया। इसमें मुंबई (2,742.12 करोड़ रुपए), कोलकाता (2,387.71 करोड़ रुपए) और हैदराबाद (1,885.35 करोड़ रुपए) टॉप तीन में थे।
सबसे ज्यादा 6,748.97 करोड़ रुपए कैश करवाए गए।
आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली ब्रांच ने 1,519.44 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड बेचे, जबकि सबसे ज्यादा 6,748.97 करोड़ रुपए कैश करवाए गए। उसके बाद हैदराबाद में 1,384.03 करोड़ रुपए और कोलकाता में 1,012.98 करोड़ रुपए के बॉन्ड कैश करवाए गए। आरटीआई के आंकड़ों के अनुसार, अब तक आरबीआई की 14 रीजनल ब्रांच में बॉन्ड को एनकैश किया गया है। श्रीनगर और गंगटोक शाखाओं में 50 लाख रुपए और 2.50 करोड़ रुपए के बॉन्ड एनकैश हुए, जबकि दोनों शाखाओं में शून्य बिक्री देखी गई।