अब फेसबुक से जाने वाली है 11000 लोगों की नौकरी, अब जुकरबर्ग का चौंकाने वाला निर्णय

नई दिल्ली, ट्विटर के बाद अब फेसबुक से बड़े पैमाने पर कर्मचारी निकाले जाने का फैसला लिया गया है। दरअसल, फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार को एक झटके में 11000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर निकालने पर अपनी मुहर लगा दी है। इस बारे में खुद मार्क जुकरबर्ग ने जानकारी दी है। कंपनी की ओर से लागत बढ़ने का हवाला देकर कर्मचारियों को बाहर निकाला जा रहा है।
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लगभग 87,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं
मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क जुकरबर्ग ने एक ब्लॉग के जरिये बताया, 'आज मैं मेटा के इतिहास में किए गए कुछ सबसे कठिन फैसलों के बारे में बताने जा रहा हूं। हमने अपनी टीम की साइज में करीब 13% की कटौती करने का फैसला किया है। इससे 11000 से अधिक प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है।' फिलहाल मेटा में लगभग 87,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। निकाले गए 11000 कर्मचारियों में फेसबुक के अलावा WhatsApp और Instagram के भी हैं।
4 महीने की अतिरिक्त सैलरी दी जा रही
हालांकि खबरों के मुताबिक इस layoff के बारे में एक दिन पहले यानी मंगलवार को ही मार्क जुकरबर्ग ने अपने कर्मचारियों को जानकारी दी थी। कंपनी में जिन कर्मचारियों की छंटनी होगी उन्हें 4 महीने की अतिरिक्त सैलरी दी जा रही है।
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कटौती का हवाला देते हुए बड़े पैमाने पर छंटनी
रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार सुबह से ही कर्मचारियों की छंटनी शुरू दी। गौरतलब है कि मंदी के साये के बीच ट्विटर, वॉलमार्ट, फोर्ड, अलीबाबा समेत कई कई बड़ी कंपनियों ने लागत में कटौती का हवाला देते हुए बड़े पैमाने पर छंटनी की है।
अति-आशावाद की वजह से ही ओवरस्टाफिंग
इस फैसले को लेकर मंगलवार की बैठक में मार्क जुकरबर्ग काफी निराश नजर आ रहे थे और उन्होंने कहा कि वह कंपनी के गलत कदमों के लिए जिम्मेदार हैं और ग्रोथ के बारे में उनके अति-आशावाद की वजह से ही ओवरस्टाफिंग हुई है। बैठक के दौरान उन्होंने कंपनी के वर्कफोर्स में बड़े स्तर पर कटौती की जानकारी भी शेयर की।
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18 साल में पहली बार फेसबुक से इतने बड़े स्तर पर लोग निकाले गए
फेसबुक की स्थापना साल 2004 में हुई थी और फिर इसका नाम बदलकर मेटा कर दिया गया। फिलहाल मेटा में लगभग 87,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। 18 साल में पहली बार फेसबुक से इतने बड़े स्तर पर लोग निकाले गए हैं।
इस साल एसएंडपी 500 में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली फर्म
Facebook की मूल कंपनी Meta Inc इस साल एसएंडपी 500 में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली फर्म साबित हुई है। पिछले एक महीने में Meta का शेयर बीते पांच सालों में कंपनी का शेयर करीब 50 फीसदी तक टूट चुका है। बीते एक महीने की बात करें तो यह करीब 35 फीसदी नीचे आ चुका है। वहीं सालभर में इस शेयर ने 73 फीसदी का नुकसान दिया है। बीते साल 4 नवंबर 2021 को कंपनी का शेयर करीब 338 डॉलर का था, जो अब गिरकर लगभग 90 डॉलर के पास पहुंच गया है।
अब अरबपतियों की लिस्ट में फिसलकर 29वें पायदान पर
कभी दुनिया के टॉप-10 अमीरों में मौजूदगी दर्ज कराने वाले जुकरबर्ग अब अरबपतियों की लिस्ट में फिसलकर 29वें पायदान पर पहुंच चुके हैं। फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्श लिस्ट के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ महज 33।5 अरब डॉलर रह गई है।
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