आज से मप्र में पेसा कानून का आगाज, जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासियों को बड़ी सौगात

आज से मप्र में पेसा कानून का आगाज, जनजातीय गौरव दिवस पर आदिवासियों को बड़ी सौगात

शहडोल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगी राष्ट्रपति

भोपाल। जनजातीय गौरव दिवस पर शहडोल में मंगलवार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रदेश सरकार आदिवासियों को पेसा कानून की सौगात देगी। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी। तीन महीने पहले द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने के बाद समर्थन मांगने के लिए भोपाल आई थीं।

शहडोल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम
शहडोल में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रदेश के 11 जिलों से एक लाख से अधिक आदिवासी परिवारों को बुलाया गया है। इस कार्यक्रम को लेकर बड़े स्तर से तैयारियां की जा रही हैं। मालूम हो कि बिरसा मुंडा जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और शहडोल में इसको लेकर राज्य स्तरीय कार्यक्रम की तैयारी की गई है। राष्ट्रपति की उपस्थिति में शिवराज सरकार मप्र में पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम (पेसा) के प्रविधानों को लागू करेगी। वहीं, बुधवार को राष्ट्रपति भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में भाग लेंगी। सरकार ने राष्ट्रपति के प्रवास को देखते हुए अगवानी, विदाई और सत्कार के लिए मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त कर दिए हैं।

सभी पंचायतों में मनाया जाएगा जनजातीय गौरव दिवस
प्रदेश में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस सभी पंचायतों में मनाया जाएगा। सरकार ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम इस बार शहडोल में करने का निर्णय लिया है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आए थे। राष्ट्रपति दोपहर दो बजे शहडोल पहुंचकर जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगी। यहां सरकार सामाजिक समरसता लाने के उद्देश्य से पेसा कानून लागू करेगी। यहां से राष्ट्रपति जबलपुर होती हुईं शाम पांच बजे भोपाल विमानतल से सीधे राजभवन पहुचेंगी। यहां साढ़े छह बजे से सवा सात बजे तक पारंपरिक स्वागत होगा। इसके बाद वे रातापानी-ओबेदुल्लागंज-इटारसी राजमार्ग को फोरलेन और रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना ग्वालियर की प्रयोगशाला का वर्चुअली शिलान्यास करेंगी। बुधवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में महिला स्वसहायता समूहों के सम्मेलन में भाग लेने के बाद दिल्ली लौटेंगी।

जनजातीय समुदाय के हित में पंचायत उपबंध अधिनियम
प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय समुदाय के हित में पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम (पेसा) लागू किया जाएगा। सरकार ने इसे क्रियान्वित करने के लिए नियम भी तैयार कर लिए हैं। इसके प्रारूप का प्रकाशन किया जा चुका है। 89 आदिवासी विकासखंड की ग्रामसभा को अधिकार संपन्न बनाया गया है। खनन कार्य हो या फिर भूमि अधिग्रहण, नई शराब दुकान खोलना हो या फिर कोई अन्य कार्य करना हो, ग्रामसभा की अनुमति लेनी होगी। साहूकारों को यह बताना होगा कि उन्होंने किसे कितना ऋण दिया और उसमें से कितना लौटाया जा चुका है। पुलिस को ग्रामसभा को आदिवासियों के विरुद्ध दर्ज होने वाले प्रकरणों की जानकारी देनी होगी। स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण और सामुदायिक कार्यों की देखरेख की जिम्मेदारी भी ग्रामसभा की होगी।

कार्यक्रम में ये रहेंगे मौजूद
शहडोल के कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहेंगे। इसके अलावा मप्र सरकार की तरफ से जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह मांडवे, वन मंत्री विजय शाह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह, पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल और शहडोल की सांसद हिमाद्री सिंह मौजूद रहेंगी।

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