18.82 लाख तेल दीपक जलाकर उज्जैन ने रचा नया विश्व इतिहास
brijesh parmar
उज्जैन। शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत शनिवार शाम उज्जैन ने शिप्रा तट पर 18.82 लाख दीपक जलाकर नया विश्व रेकार्ड कायम कर दिया। गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड के प्रतिनिधि स्वप्निल डंगरीकर ने इसकी घोषणा की।उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को इस रेकार्ड के लिए प्रमाण पत्र दिया। शिव ज्योति अर्पणम में मुख्यमंत्री ने सपत्नीक दीप प्रज्वलन कर इसकी शुरूआत की थी। वर्ल्ड रेकार्ड टीम ने 09 मिनिट में ड्रोन से प्रज्वलित दीपों की गणना की। इस दौरान पूरी तरह से लाईट बंद कर दी गई थी
शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के तहत महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन में शिप्रा के तट पर 21 लाख दीपक का लक्ष्य रखा गया था। महाअभियान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हेतु एक ही स्थल पर 21 लाख दिए लगाने का संकल्प लिया गया था। विगत वर्ष भी महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन ने 11 लाख 71 हजार 78 दीप प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस रेकार्ड को अयोघ्या में 15.76 लाख दीपक प्रज्वलित कर ध्वस्त किया गया था ।
उज्जैन में नया रेकार्ड बनाने के लिए शिप्रा के तट पर 21 लाख दीप
प्रज्ज्वलन के लिये घाटों को 6 सेक्टर्स में बांटा गया । सेक्टर A - केदारेश्वर, घाट (लगभग 3.10 लाख दीप) ,सेक्टर B सुन्हरी घाट (लगभग 1.75 लाख दीप), सेक्टर C - दत्त अखाड़ा (लगभग 4.50 लाख दीप), सेक्टर Dरामघाट से बम्बई धर्मशाला (लगभग 2.50 लाख दीप),सेक्टर E - बम्बई धर्मशाला से नरसिंह मंदिर (लगभग 3.75 लाख दीप), सेक्टर F- भूखी माता मंदिर की ओर माली घाट (लगभग 4.75 लाख दीप) लगाए गए । घाटों के किनारे 1.05 मीटर के खाने बनाये गए ।प्रत्येक खाने में 225 दीपक जलाने के लिये 2 स्वयंसेवक लगाए गए थे। 21 लाख दीप प्रज्ज्वलन में 20 हजार स्वयंसेवकों एवं 400 पर्यवेक्षक की इसमें भूमिका रही।इसके अलावा शहर में सार्वजनिक स्थलों पर अनुमानित 5 लाख दीपक प्रज्वलित किए गए जिनमें महाकालेश्वर मंदिर - 51,000, मंगलनाथ मंदिर 11,000, काल भैरव मंदिर 10,000, गढ़कालिका मंदिर 1100 सिद्धवट मंदिर - 6000, हरसिद्धि मंदिर - 5000, चिंतामन गणेश 11000 टॉवर चौराहा 1,00,000 अन्य स्थलों पर 2 लाख से अधिक दीप जलाए गए। वालेंटियरों ने 10 से 12 मिनिट में बांस की लकडी से बंधी मोमबत्ती से दीपकों को प्रज्जवलित किया और उसके बाद वे पीछे हट गए। लाईटें बंद करने के निर्देश के साथ ही 7.30 बजे से विश्व रेकार्ड टीम ने गणना का काम शुरू किया था। 7.39 बजे लाईटें चालू करने का निर्देश जारी किया गया। इसके बाद 8.14 बजे विश्व रेकार्ड टीम के प्रतिनिधि स्वप्निल डंगरीकर ने मंच पर आकर घोषणा करते हुए बताया कि उजजैन ने अयोध्या के 15.76 लाख के रेकार्ड को तोडते हुए 18 लाख 82 हजार 229 तेल दीपक प्रज्जवलित कर नया विश्व किर्तीमान दर्ज करा दिया है।उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को वर्ल्ड रेकार्ड का प्रमाण पत्र भी सौंपा।शिव ज्योति अर्पणम में लगाए गए दीपोत्सव को थ्री आर के प्रोसेस पर रखा गया है। दीपोत्सव के पश्चात 21 लाख दियों से होम कम्पोस्टिंग के मटके, शहरी सौंदर्यीकरण, कुल्हड़ आदि बनाने के माध्यम से 3 R प्रक्रिया में इस्तेमाल किया जाना है। दीपोत्सव के बाद जले हुए बचे तेल का उपयोग नगर निगम की गौशाला में खाद्य सामग्री आदि में इस्तेमाल होगा। खाली तेल की बोतलों को पुनः उपयोग कर 3 R उद्धान में कुर्सियां, बेंचेस, गमले आदि बनाने में उपयोग होगा। मोमबत्तियों को जलाने के लिए पेपर मैचबॉक्स का इस्तेमाल होगा।