चुनाव में कांग्रेस का साथ देने का मिला इनाम, बनाये गए नर्मदा न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष
भोपाल, मध्यप्रदेश की सरकार ने कंप्यूटर बाबा को इनाम दिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस के पक्ष में खूब प्रचार किया था। इस दौरान वे भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार भी किया था। अब उन्हें सरकार ने नर्मदा न्यास के ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया है।
कंप्यूटर बाबा ने मंगलवार को पदभार संभाल लिया है। इस दौरान उनके साथ भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे। कंप्यूटर बाबा ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि ग्यारह जून से अवैध खनन या अन्य शिकायतों के लिए नर्मदा हेल्पलाइन शुरू होगी। यह टोल फ्री नंबर होगा, जिस पर नर्मदा को लेकर शिकायत की जाएगी। ये 1800120106106 नंबर रहेगा, इस पर नर्मदा व सहायक नदियों की शिकायत दर्ज करेंगे।
मांगा हेलिकॉफ्टर
कंप्यूटर बाबा ने सरकार में आते ही हेलिकॉप्टर की मांग की है। कंप्यूटर बाबा ने मीडिया से बात करते हुए बगल में बैठे दिग्विजय सिंह से हेलिकॉप्टर की मांग की है। उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर के जरिए ही नर्मदा की परिक्रमा करूंगा। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर मुझे हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराएं, ताकि मैं नर्मदा के काम पर तेजी ला सकूं, पैदला जाएंगे तो काम कैसे करेंगे।
पैदल कर चुके हैं परिक्रमा
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि हम बीस साल पहले नर्मदा की पैदल परिक्रमा कर चुके हैं, लेकिन अब जल्दी काम करने के लिए हेलिकॉप्टर से परिक्रमा करनी होगी। बाबा की इस मांग से कमलनाथ सरकार भी अचरज में पड़ सकती है।
शिवराज सरकार में भी मिला था पद
वक्त के अनुसार कंप्यूटर बाबा पाला बदलते रहते हैं। शिवराज सरकार में भी उन्हें राज्य मंत्री का दर्ज मिला हुआ था। साथ में सराकारी सुविधाएं भी। लेकिन बदलते मौसम के साथ बाबा ने भी सियासी पाला बदल लिया। विधानसभा चुनाव के दौरान ही वे कांग्रेस के साथ आ गए थे। फिर लोकसभा चुनाव में सक्रिय रूप से कांग्रेस के लिए प्रचार करने लगे। अब उन्हें उसका इनाम मिल गया है।
दिग्विजय के लिया तापा धूनी
लोकसभा चुनाव के दौरान कंप्यूटर बाबा खुलकर दिग्विजय सिंह के साथ थे। उन्हें जिताने के लिए साधु-संतों के साथ कंप्यूटर बाबा ने धूनी भी तापा। इस दौरान वहां दिग्विजय सिंह भी पहुंचे। साथ ही भोपाल में उन्होंने दिग्विजय सिंह के लिए रोड शो भी किया। बाद में चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया तो बाबा साइड हो गए।