शहीदों के सम्मान के लिए 14 अगस्त को उनके गांव पहुंचेंगी शहीद सम्मान यात्राएं: मुख्यमंत्री

भिंड। कांग्रेस के बड़े नेता आतंकियों के नाम के आगे ‘जी’ लगाकर उनका सम्मान करते हैं और सर्जिकल स्ट्राइक जैसी वीरता पर सबूत मांगते हैं। जवानों के पराक्रम तथा उनकी शहादत पर सवाल खड़े करते हैं। यह शहीदों का अपमान है।लेकिन भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार  शहीदों के सम्मान के लिए सदैव काम करती रहेगी  और  शहीदों की शहादत को नमन करने के लिए ही  हम  आगामी 14 अगस्त को शहीद सम्मान यात्रा निकालेंगे। स्वाधीनता दिवस से एक दिन पहले शहीद सम्मान यात्राएं प्रदेश के हर शहीद के गांव तक पहुंचेगी और उनके परिवार का सम्मान करेगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भिंड में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही।

Shaheed honors trips to his village on 14th August to honor the martyrs: Chief Minister

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा आज भिंड से प्रारंभ हुई। यात्रा के मार्ग में जगह-जगह मुख्यमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। यहां पत्रकार वार्ता में  चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भिंड,  मुरैना और समूचे चंबल क्षेत्र की धरती को प्रणाम करता हूं। यह शहीदों की भूमि है और यहां के जवानों ने जरूरत पड़ने पर अपने खून की आखिरी बूंद तक देकर देश की सीमाओं की रक्षा है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और उसके नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता आतंकियों को ‘जी’  कहकर पुकारते हैं। उनका सम्मान करते हैं। मगर शहीदों की शहादत पर शक करते हैं, सवालिया निशान लगाते हैं। कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगती है।  यह पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों की कमर तोड़ने वाले जवानों के पराक्रम का अपमान है। कांग्रेस बटाला हाउस एनकाउंटर पर भी सवाल उठाती है। यह मोहन दत्त शर्मा जैसे शहीदों का अपमान है,  जो आतंकियों से लड़ते-लड़ते अपनी जान कुर्बान कर देते हैं। मुख्यमंत्री ने महाकवि श्रीकृष्ण सरल की कविता की पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा- ‘मैं अमर शहीदों का चारण उनके ही यश गाता हूं, कर्ज राष्ट्र ने खाया है उसका ही ऋण चुकाता हूं।‘

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के शहीदों के सम्मान के लिए सरकार आगामी 14 अगस्त को पूरे प्रदेश में शहीद सम्मान यात्राएं निकालेगी। इन यात्राओं वे स्वयं,  केंद्रीय मंत्री,  सांसद,  विधायक, समाजसेवी और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। यात्राएं प्रदेश के हर शहीद के गांव पहुंचेगी और वहां शहीद के परिवार का सम्मान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने  कहा कि क्षेत्र की जनता ने जो प्यार जताया है, जो भरोसा दिखाया है, मैं संकल्प लेता हूं कि इस भरोसे को टूटने नहीं दूंगा। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस शासन के दिनों को याद करते हुए कहा कि उस समय डाकुओं की वजह से चंबल की घाटियां आतंक की पर्याय बनी हुई थीं। भाजपा सरकार ने चुनौती मानकर डाकुओं के आतंक को खत्म किया। कोटा से आने वाला चंबल नहर का पानी भिंड जिले तक पहुंच ही नहीं पाता था। लेकिन भाजपा सरकार ने नहरों के टेल एरिया तक पानी पहुंचाया। उन्होंने कहा कि चंबल एक्सप्रेस वे को लेकर केंद्र सरकार से चर्चा हुई है और जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा। इसके बन जाने से भिंड, मुरैना और श्योपुर तथा समूचे चंबल क्षेत्र के विकास के द्वार खुल जाएंगे। सिंध नदी पर बांध परियोजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2247 करोड़ की इस परियोजना से भिंड जिले और चंबल क्षेत्र के अन्य जिलों को भी लाभ होगा।

कांग्रेस की प्राथमिकता में विकास क्यों शामिल नहीं

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस शासन में प्रदेश बदहाल हो चुका था। सड़कें गड्ढों में बदल गई थीं, बिजली 2-3 घंटे ही मिलती थी। पानी के बिना किसानों की फसलें सूख जाती थीं। दिग्विजयसिंह ने सबसे ज्यादा बंटाढार तो शिक्षा के क्षेत्र में किया, उन्होंने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को अतिथि शिक्षकों और गुरूजियों के हवाले कर दिया। 14 साल पहले जब भाजपा की सरकार बनी, तो हमने सबसे पहले अपना ध्यान इन्फ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित किया। भाजपा के शासन में 1.5 लाख किलोमीटर सड़कें बनाई गईं। बिजली उत्पादन आज आवश्यकता से अधिक है। राज्य की सिंचाई क्षमता 7.5 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गई है। उन्होंने कहा कि हर जाति और वर्ग के गरीबों के लिए सरकार ने संबल योजना की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस से सवाल किया कि जब भाजपा सरकार इतने छोटे से अंतराल में प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाल सकती है, तो कांग्रेस की सरकारों ने पिछले 50 सालों में क्या किया? उन्होंने पूछा कि कांग्रेस की प्राथमिकताओं में लोगों का कल्याण और विकास का एजेंडा क्यों शामिल नहीं है?

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि  सिंधिया बताएं, क्या कांग्रेस शासन में आबाद था प्रदेश? पत्रकार वार्ता के दौरान एक संवाददाता ने मुख्यमंत्री का ध्यान कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान की तरफ आकर्षित किया कि ‘भाजपा के शासन में प्रदेश बर्बाद हो गया है।’ इस पर प्रतिक्रया देते हुए मुख्यमंत्री ने सिंधिया से सवाल किया कि वे बताएं कि क्या कांग्रेस के शासन में प्रदेश आबाद था? जब चंबल में डाकुओं का आतंक छाया हुआ था, तब आबाद था। जब सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आते थे, तब आबाद था प्रदेश? जब लोग घरों में और किसान खेतों में बिजली आने की राह तकते थे, तब आबाद था प्रदेश?