महाराजाओं और धनपति से नहीं किसान पुत्र शिवराज की सरकार जन-जन के सहयोग से बनती है: शाह

पीएम बनने आए भैया को ये पता नहीं मिर्ची उपर लगती है नीचे,प्याज जमीन के अंदर होता है उपर –शिवराज

brijesh parmar उज्जैन ।चौथी बार मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार के लिए शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी जन आशिर्वाद यात्रा विशेष रथ से शुरू की ।उनके रथ को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने खुद रथ में सवार होकर रवाना किया।इससे पूर्व जनआशिर्वाद यात्रा के वृहद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दो महाराजाओं और धनपति से नहीं किसान पुत्र शिवराज की सरकार जन- जन के आशिर्वाद और सहयोग से बनती है। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah . राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्टेडियम मैदान में आयोजित कार्यक्रम के लिए पांच डोम बनाए गए थे । कार्यक्रम में संभाग के सभी जिलों से जन जन को कार्यकर्ता लेकर पहुंचे थे । अमित शाह ने आगे कहा कि‍ शिवराज की जनआशिर्वाद यात्रा विजय यात्रा में परिवर्तित होने वाली है।51 दिन में प्रदेश के 11हजार किलोमीटर की यात्रा कर जन आशिर्वाद लिया जाएगा।भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी जहां कोई मुख्यमंत्री 3 टाईम चुनाव जितने , शासन के बाद जनता को हिसाब देने और उनका सामना करने का साहस रखता है।कांग्रेस वालों को सपना आता है उनकी सरकार बनेगी तो 2 महाराजाओं और एक धनपति से सरकार नहीं बनती, किसान पुत्र शिवराज की सरकार जन-जन के सहयोग से आशिर्वाद से बनती है। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah मप्र को बिमारू राज्य से बाहर लाकर आज वहां खड़ा कर दिया गया है जहां विकास दर 10 प्रतिशत से अधिक है।आजादी के 70 साल तक कांग्रेस ने शासन किया लेकिन जो करना था नहीं किया। थोडे दिन पहले ही प्रधानमंत्री जी ने निर्देश दिए है कि समर्थन मुल्य डेढ़ गुना कर दिया जाए ।भाजपा सरकार ने मप्र के विकास के लिए बहुत कुछ किया ।कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि 10 साल आपकी सरकार थी आपने क्या किया। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah उन्होंने आंकडों के माध्यम से कांग्रेस शासन काल में केन्द्र से मप्र को दी गई आर्थिक योजनाओं और सहायताओं का जिक्र करते हुए बताया कि हर स्तर पर हमने कई गुना मप्र के विकास के लिए दिया है।उन्होंने कहा कि मप्र में शिवराज सिंह ने हर क्षेत्र में विकास कार्य किया है।आज देश के 19 राज्यों में और 70फीसदी भाग पर भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा शिवराज सिंह सफल मुख्यमंत्री है।पहले उपर कांग्रेस की सरकार थी और नीचे शिवराज की । The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah अब में वादा करता हुं की आपकों कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। शाह ने उपस्थित जनसमुह से एक बार फिर शिवराज की सरकार और 2019 में मोदी की सरकार बनाने का वादा लिया।इसके लिए उन्होंने हाथ उठाकर जनसमूह से वादा भी लिया । इससे पूर्व स्वागत भाषण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दिया। कार्यक्रम में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के मंच पर आगमन के दौरान शंख ध्वनि की गई ।स्वस्ति वाचन किया गया ।शाह ने मंच पर भाजपा पितृपुरूषो के चित्रों पर माल्यार्पण किया। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah ये तो बताओ तुम्हारा सेनापति कौन ?- शिवराज जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहाकि आज बाबा महाकाल से कहा कि ऐसा आशिर्वाद दो कि मप्र को समृद्ध बना सकें,गांव गांव जन जन को खुशहाल बना सकें। कांग्रेस के कटाक्ष का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री बोले की हां मैने जनआशिर्वाद यात्रा रथ से निकाली है अमित शाह जी मुझे आशिर्वाद देकर रवाना करेंगे, पर ये तो बताओ तुम्हारे रथ पर बैठाओगे किसे? कांग्रेसी मित्रों ये तो बताओ सीएम किसे बनाओगे? The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah युद्ध का बिगुल बज गया है दोनों सेनाएं सामने खड़ी है तुम्हारी सेना का सेनापति कौन है ये तो बता दो? कांग्रेस की हालत इस दिल के टुकडे हजार हुए कोई यहां गिरा कोई उधर गिरा से हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा संस्कार , जीवन मुलय की पार्टी है, कांग्रे एक परिवार की गुलाम है।हमारे पास नरेन्द्र मोदी है तुम्हारे पास कोई नरेन्द्र मोदी है क्या? भारत आज दुनिया की शक्ति में है में दावे के साथ कहता हुं की मोदी जी के नेतृत्व में हम दुनिया की सबसे बड़ी अर्थ शक्ति बनेगें।मुख्यमंत्री ने नाम का उल्लेख किए बगैर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक भैया आए थे मैं पीएम बनने को तैयार हुं, उन्हे यह नहीं पता कि मिर्ची उपर की तरफ लगती है कि नीचे की तरफ, प्याज जमीन के अंदर पैदा होता है या बाहर होता है।मोदी जी के नेतृत्व में हम जन जन की सेवा कर रहे हैं।प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब सीएम थे श्री मान बंटाढार ।उन्होंने नर्मदा शिप्रा लिंक योजना को असंभव बताया । The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah मैने कहा असंभव मेरी डिक्शनरी में नहीं , हमने नर्मदा शिप्रा को मिलाया। हम नर्मदा कालीसिंघ आदि नदियों को भी मिलाएंगे।उन्होंने कहा कि हां में शिवराज कह रहा हुं कि मप्र की सडकें अमेरिका से अच्छी है , क्यों नहीं कहुंगा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा । कांग्रेस को लक्ष्य करते हुए उनका कहना था फर्क है हमारे और तुम्हारे राज में। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने धडल्ले से कांग्रेस शासन काल और भाजपा शासन काल के अनेक उपलब्धियों और फर्क बताए ।उन्होने जन सभा में उपस्थित जन समूह से पूछा आप बताओ अपनी सरकार कांग्रेस की सरकार से अच्छी है कि नहीं तो जन समूह से आवाज आई बहुत अच्छी।मुख्यमंत्री ने कहा एक बार फिर निकला हुं आपका आशिर्वाद लेने शिवराज को भाजपा को आशिर्वाद दिजिए।4 थी बार सरकार चाहिए समृद्ध राज्य के लिए तो कमल का बटन दबाना है, 2019 में मोदी जी को जिताना है। उपस्थित जन समूह को हाथ उठवाकर उन्होंने संकल्प दिलाने के साथ ही कहा कि मैं विश्वास दिलाता हुं कि जिउूगां आपके लिए, मरूंगा आपके लिए। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah इन्होंने भी किया संबोधित- कार्यक्रम शुरू होने के पूर्व उज्जैन दक्षिण विधानसभा के विधायक डा. मोहन यादव ,मंत्री पारस जैन , थावरचंद गेहलोत , विधायक दिलीपसिंह शेखावत भाजपा प्रदेश संगठन प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे आदि ने संबोधित किया। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah रथ में पहले शाह फिर चढे शिवराज- कार्यक्रम के उपरांत मंच से नीचे आए शाह एवं शिवराज के साथ अन्य नेताओं ने पूजन अर्चन किया , इस दौरान शंखध्वनि की गई । बाद में अत्याधुनिक रथ में सबसे पहले अमित शाह चढे, उनके पीछे पीछे शिवराजसिंह चौहान , प्रदेश अध्यक्ष राकेशसिंह , विनय सहस्त्रबुद्धे एवं नरेन्द्र सिंह तोमर के प्रवेश के बाद रथ का दरवाजा बंद कर दिया गया। कुछ ही क्षणों के बाद रथ के बीच से एक लिफ्ट के माध्यम से शाह , शिवराज और राकेश सिंह रथ की छत पर थे वहां से उन्होंने उपस्थित जन समूह का अभिवादन किया। केनद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर रथ में ड्रायवर के पास वाली सीट पर बैठे थे। The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah शिवराज ने भगवान महाकालेश्वर का पूजन अर्चन किया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सुबह 11:00 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर सपत्नीक पूजन अर्चन किया गया ।पूजन पुजारी श्री प्रदीप गुरु द्वारा करवाया गया ।पूजन अर्चन के बाद मुख्यमंत्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में पुजारियों द्वारा आयोजित आशीर्वाद समारोह में शामिल हुए । समारोह में पुजारी प्रदीप गुरु ,महेश गुरु एवम सत्यनारायण जोशी मंत्रोच्चार किया गया । आशीर्वाद समारोह का संचालन डॉ पीयूष त्रिपाठी ने किया ।बटुकों द्वारा इस अवसर पुरुषसूक्त वाचन किया गया । मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि महाकाल मंदिर के उपयोगार्थ महाराजवाड़ा स्कूल की 6 एकड़ जमीन शाशन द्वारा दे दी गई है ।इस अवसर पर मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन , श्रीमती माया सिंह, राज्यसभा सदस्य डॉ सत्यनारायण जटिया, लोकसभा सदस्य डॉ चिंतामन मालवीय, उज्जैन विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल एवम गणमान्य जन प्रतिनिधि मौजूद थे । The son of the son-in-law of Shivraj is not formed by the help of the people and the people of Maharajas and Dhanapati: Shah शाह ने सपत्नीक श्री महाकालेश्वर भगवान का पूजन-अभिषेक किया पूजन प.आशीष पुजारी ने करवाया। श्री महाकालेश्वर मंदिर की ओर से श्री शाह का शाल, महाकाल भगवान की चांदी की प्रतिमा , एवं प्रसाद देकर सम्मान किया गया । नंदीमंडपम में श्री शाह ने कल्पवृक्ष का भी पूजन किया । जिसका मंदिर द्वारा संचालित संस्थान में वृक्षारोपण किया जाएगा । इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक, सिंहस्थ मेला समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री माखन सिंह चौहान, उज्जैन सांसद श्री चिंतामण मालवीय,श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य श्री विभाष उपाध्याय, पुजारी प्रदीप गुरु, श्री जगदीश शुक्ला आदि उपस्थित थे।