अब नेपा मिल आधुनिक मशीनों से तैयार होगा कागज

अब नेपा मिल आधुनिक मशीनों से तैयार होगा कागज

नेपानगर
 अाधुनिक िवदेशी मशीनों के सहारे एशिया महाद्वीप के सबसे पहले और बड़े कागज कारखाना नेपा मिल में उम्दा क्वालिटी का न्यूज प्रिंट तैयार होगा। इसके लिए चीन से मशीनें ही नहीं मंगवाई गई हैं, बल्कि वहां की एंडरिस और पेपसल सहित देश-विदेश की करीब 15 से अधिक नामी कंपनियां यहां काम कर रही हैं। पावर हाउस और डी इंकिंग प्लांट का काम तेजी से चल रहा है।

आधुनिकीकरण किए जाने के कारण मिल में उत्पादन करीब तीन साल से बंद है। अब दिसंबर 2019 तक एक यूनिट शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां 42, 44 आैर 46 जीएसएम का न्यूज प्रिंट तैयार किया जाएगा। नेपा मिल की आधारशिला 1947 में रखी गई थी। 16 अप्रैल 1956 को मिल राष्ट्र को समर्पित की गई। तब से लेकर 2016 तक यहां पुरानी तकनीक से ही न्यूज प्रिंट और राइटिंग पेपर तैयार होता रहा। जुलाई 2016 से यहां प्रोडक्शन बंद कर आधुनिकीकरण का काम शुरू हुआ।

150 मजदूर मिल को दोबारा खड़ा करने में 24 घंटे जुटे
मिल प्रबंधन के अनुसार मिल को दोबारा खड़ा करने के लिए करीब 150 से 170 तक मजदूर प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डी इंकिंग प्लांट का काम करीब 60 फीसदी तक पूरा भी हो चुका है। यह काम भेल, जेएमसी और सहानपुर की सिपरी यूनिट के तकनीकी िवशेषज्ञों की निगरानी में हो रहा है। पुराने स्ट्रक्चर को तोड़कर नई मशीनें लगाने का काम करीब 40-60 फीसदी तक पूरा हो गया है। एक दिन पहले ही यहां कईं टन वजनी डीआईपी ब्लीच कैप्शूल लगाया गया है।

न्यूज प्रिंट उत्पादकों को लाभ
केंद्र सरकार ने हाल ही में आयातित न्यूज प्रिंट पर 10 फीसदी ड्यूटी बढ़ाई है। इसका सीधा लाभ देश के न्यूज प्रिंट उत्पादकों को िमलेगा। इससे नेपा िमल काे भी काफी लाभ होगा। इससे भी नेपा मिल दोबारा अपने पुराने अस्तित्व में आएगी।

पुरानी मशीनोें को हटाकर चाइना की कंपनी से नई आधुनिक मशीनें लगाई जा रही हैं। इनसे उम्दा क्वालिटी का न्यूज प्रिंट तैयार होगा। 132केवी का सब स्टेशन बनकर तैयार है। एएन सोनसले, सीएमडी, नेपा मिल