आर्कटिक का कोल्ड ब्लास्ट उत्तर भारत को कर रहा है प्रभावित: मौसम विभाग
नई दिल्ली
इस साल उत्तर भारत में लंबी और कड़क सर्दी को आर्कटिक क्षेत्र के 'कोल्ड ब्लास्ट' से जोड़ा जा सकता है, जो आर्कटिक से निकलने वाली हवा के उतार-चढ़ाव के कारण दिसंबर के अंत से दक्षिणी यूरोप की ओर फैल रही है। उत्तर भारत में मंगलवार को राजस्थान के चूरू में तापमान -1.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने के साथ भीषण ठंड जारी है। भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि इस क्षेत्र में जबरदस्त सर्दी का संबंध पोलर वोर्टेक्स के टूटने की वजह से हो सकता है।
आईएमडी लॉन्ग रेंज के प्रमुख डी सिवानंद पाई ने कहा, 'आर्कटिक से निकलने वाली ठंड यूरोप और अमेरिका में दक्षिण की ओर फैल रही है, जो पश्चिमी विक्षोभ को उत्तर भारत की ओर धकेलती हुआ प्रतीत होती है। सरल भाषा में समझों तो यह ठंड को दक्षिणी यूरोप से उत्तर भारत की तरफ ला रही है।'
पश्चिमी विक्षोभ (WD) निम्न दाब की हवाओं के कण हैं, जो भूमध्यसागरीय क्षेत्र से पश्चिम और आसपास की ओर से आती हैं, जिससे ठंडी, नम हवाएं आती हैं, जो या तो हिमालय से टकराकर उत्तर भारत को प्रभावित करती हैं या फिर उत्तर की ओर उड़ जाती हैं। इस साल जनवरी में अब तक 7 पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित कर चुके हैं, इसका सामान्य संख्या 4 से 6 होती है।
मौसम विभाग ने कहा कि जनवरी का अंतिम पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से टकराया है, इसका असर बुधवार और गुरुवार को महसूस किया जा सकता है। मौसम विभाग ने कहा, 'पश्चिमी हिमालय क्षेत्र (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) में बर्फबारी हो सकती है। वहीं उत्तर भारत के जमीनी इलाकों में बारिश होने की संभावना है।'
मौसम में बदलाव जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हुए ताजा वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से होगा। इसकी वजह से वेस्ट राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इस वजह से हवा ने अपनी दिशा बदल ली है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनततम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस रहा, यह सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस कम था।
हवा में नमी का स्तर 52 ये 94 पर्सेंट तक रहा। मंगलवार को लोदी रोड का तापमान 4.4, आया नगर का 5.2, पालम का 5.1, जफरपुर का 3.8, मंगेशपुर का 4.4 और नजफगढ़ का 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। बारिश 1 फरवरी तक होगी, लेकिन हल्की ही रहेगी। बारिश और तेज हवाओं की वजह से प्रदूषण में कमी आ सकती है। दोपहर से दिल्ली में बादल छाने लगेंगे।