एयरपोर्ट से पीथमपुर के बीच बनेगा इंटरनेशनल लॉजिस्टिक हब

एयरपोर्ट से पीथमपुर के बीच बनेगा इंटरनेशनल लॉजिस्टिक हब

इंदौर
 प्रदेश और देश के बीच में बसा इंदौर लॉजिस्टिक के लिए बहुत ही उपयुक्त स्थान पर है। इंटरनेशनल लॉजिस्टिक हब के लिए यदि सरकार जमीन उपलब्ध करवा दें तो केंद्र सरकार प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने और विकास के लिए राशि देने के लिए सहमत है। इस प्रोजेक्ट से शहर को नई पहचान मिलेगी और इंटरनेशनल कार्गो को नए आयाम। शहर के लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। इसके लिए एयरपोर्ट के समीप और एयरपोर्ट से पीथमपुर के बीच जमीन तलाशी जा रही है।

प्रोजेक्ट के लिए यह सैंध्दातिक सहमति केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सांसद शंकर लालवानी के बीच बनी है। सांसद लालवानी ने मंत्री गडकरी को इंटरनेशनल लॉजिस्टिक हब के लिए इंदौर क्यों नाम से प्रेजेंटेशन दिया था। जिसे देखने के बाद उन्होंने प्रोजेक्ट पर सैंध्दातिक सहमति देते हुए अधिकारियों को फिजिबिलिट निकलाने के लिए निर्देशित किया है। सांसद से कहा आप राज्य सरकार से जमीन की व्यवस्था करवाएं। सांसद लालवानी ने बताया, इस संबंध में मुख्यमंत्री को जमीन देने के लिए आग्रह किया है। इसके बाद अधिकारियों को इंदौर एयरपोर्ट के समीप और एयरपोर्ट से पीथमपुर के बीच में जमीन तलाशने और मौजूद जमीन की स्थिति उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है।

इंटरनेशनल कार्गो का फायदा मिलेंगा
इंदौर आसपास के राज्यों के लिए लॉजिस्टिक एक्टिविटि के लिए भौगिलिक रूप से बहुत ही उपयुक्त है। देश के मध्य में सभी बड़े शहरों से कनेक्टिविटी है। अब इंटरनेशनल कार्गो होने से दुबई, अमेरिका और यूरोपीय देशों से भी सीधे जुड़ गया है। इसलिए इस हब को फायदा मिलेगा। यहां पर एक लॉजिस्टिक पार्क तैयार किया गया है। यह वर्तमान क्षमता के लिए ही पर्याप्त नहीं है।