कमलनाथ होंगे मप्र के मुख्यमंत्री, कोई डिप्टी सीएम नहीं होगा
भोपाल
लंबी माथापच्ची के बाद मध्यप्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर चुन लिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग में उनके नाम पर मुहर लगी, उसके बाद विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुन लिया गया। कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई। बता दें कि इससे पहले सीएम के नाम को लेकर मंगलवार शाम से माथपच्ची शुरू हो गई थी। पहले भोपाल में पर्यवेक्षक के साथ लंबी बात हुई, उसके बाद दोनों नेताओं को दिल्ली बुला लिया गया। गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी के साथ बैठक में कमलनाथ और ज्यातिरादित्य सिंधिया ने बैठक की। बैठक में राहुल गांधी ने सीएम पद को लेकर सहमति बन गई। हालांकि बैठक के बाद राहुल के घर से बाहर आए कमलनाथ और सिंधिया ने कहा कि सीएम के नाम का ऐलान भोपाल में होगा।
राहुल ने किया था ट्वीट
राहुल गांधी ने बैठक के बाद दोनों नेताओं के साथ एक तस्वीर ट्वीट कर एक संदेश देने की भी कोशिश की है। इसमें कमलनाथ और सिंधिया भी मौजूद हैं। साथ ही राहुल ने लियो टॉलस्टॉय का एक वाक्य भी लिखा, 'समय और धैर्य, दो ताकतवर योद्धा।'
भोपाल में समर्थकों का हंगामा
जिस समय दिल्ली में राहुल गांधी के घर दोनों नेताओं की बैठक चल रही थी, उस समय भोपाल में प्रदेश कार्यालय के बाहर सिंधिया और कमलनाथ समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। करीब चार दर्जन युवकों ने सिंधिया के होर्डिंग लेकर प्रदर्शन किया। उसके जवाब में कमलनाथ समर्थक भी मैदान में उतर आए। अभी तक दोनों पक्ष प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने जमे हुए हैं। नारेबाजी और हंगामा चल रहा है। हालांकि, नेताओं ने इसे कार्यकर्ताओं का उत्साह बताया है।