करकरे पर ट्वीट के बाद बोले BJP सांसद- हैक हो गया था अकाउंट
नई दिल्ली
मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद होने वाले पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे पर विवादित टिप्पणी के बाद भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर माफी मांग चुकी हैं. भारतीय जनता पार्टी ने साध्वी के बयान से खुद को अलग कर लिया, लेकिन इसके बावजूद पार्टी के एक अन्य नेता विवादित बयान देने से नहीं चूके. बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने हेमंत करकरे की शहादत के लिए उन्हें ही दोषी ठहरा दिया. लेकिन बाद वह अपने बयान से पलट गए और कहा कि शहीद हेमंत करकरे से संबंधित ट्वीट मैंने नहीं डाला किसी ने मेरे ट्विटर हैंडल का दुरुपयोग किया .
मेरठ से बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने ट्वीट किया, "शहीद" हेमंत करकरे A.T.S के ऐसे प्रमुख थे जो आतंकवादियों से मुकाबला करने के लिए बिना तैयारी के गए तथा जिनकी जीप आतंकवादियों ने छीन कर अपनी गतिविधियों में उसका उपयोग किया.
इनसे पहले साध्वी प्रज्ञा ने करकरे को लेकर विवादित टिप्पणी करने पर माफी मांग ली, लेकिन राजेंद्र अग्रवाल फिर से टिप्पणी करने से नहीं चूके. समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक हेमंत करकरे के बारे में दिए गए अपने विवादित बयान पर चारों ओर से आलोचना से घिरने के बाद मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुक्रवार शाम को खुले मंच से माफी मांगते हुए अपना बयान वापस ले लिया.
साध्वी ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए इसके लिए क्षमा मांगी है. साध्वी ने कहा कि क्योंकि मैं (प्रज्ञा) किसी समय इमोशनल हो गई थी. मैं रो रही थी. इसलिये मेरे मुख से जो निकला, उसके लिए क्षमा मांगती हूं. उन्होंने कहा कि उनके बयान से किसी कि भावना को ठेस पहुंची है या कष्ट हुआ है तो वह माफी मांगती हैं.
इससे पहले हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाते हुए प्रज्ञा ने कहा था, ‘‘मैंने उन्हें (करकरे) सर्वनाश होने का शाप दिया था और इसके सवा माह बाद आतंकवादियों ने उन्हें मार दिया. प्रज्ञा के इस बयान के बाद शुक्रवार को साध्वी के प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने शहीदों के बारे में विवादित बयान नहीं देने की सलाह दी जबकि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने साध्वी के बयान की निंदा की. उनके इस बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हेमंत करकरे ने भारत की रक्षा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया. उनका सम्मान किया जाना चाहिए.’’
वहीं साध्वी प्रज्ञा के अपने दल बीजेपी ने उनके बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय है जो सालों तक उन्हें मिली शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की वजह से हो सकती है. करकरे के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट में कहा, ‘‘अशोक चक्र से सम्मानित आईपीएस, दिवंगत श्री हेमंत करकरे, ने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया. एक उम्मीदवार द्वारा दिये गये अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए.

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