कैडर पूछा तो बताया बैच, धरा गया फर्जी आईएएस

कैडर पूछा तो बताया बैच, धरा गया फर्जी आईएएस

 
नोएडा 

पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जो खुद को आईएएस बताकर पुलिस और लोगों पर धौंस जमा रहा था। एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि एक शख्स कई दिनों से कभी राजस्थान का तो कभी त्रिपुरा का आईएएस बताकर फोन पर अपने किसी जानने वाले के लिए काम का दबाव बना रहा था। फिर उसका फोन एसपी देहात के पास भी आया। उन्होंने उसकी बात सुनने के बाद उसका काडर पूछा तो उसने 2005 बताया। उन्होंने उसके बारे में पूरी जांच कराई तो सारी कहानी सामने आ गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। उसकी पहचान साहिबाबाद श्याम पार्क निवासी मनु त्यागी के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि वह तमाम विभागों में खुद को ‘डीएम विशाल’ बताकर फोन करता था। लेकिन हर बार अलग राज्य का आईएएस बताता था। 

खुद को बता रहा था डीएम 
एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि साहिबाबाद (गाजियाबाद) स्थित श्याम पार्क निवासी मनु त्यागी कुछ दिनों से बादलपुर थाना प्रभारी नागेंद्र चौबे को फोन कर रहा था। वह फोन पर गाजियाबाद के रिस्तल गांव निवासी अपने परिचित चमन को बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव निवासी एक व्यक्ति से उसके रुपये व कार दिलाने के लिए दबाव बना रहा था। फोन पर उसने बताया था कि वह राजस्थान के झुंझुनू का डीएम विशाल बोल रहा है। जांच में पता चला कि आरोपी एक सेल्स टैक्स अधिकारी को भी फोन कर अपने एक परिचित पर लगे जुर्माने में छूट के लिए दबाव बना रहा था। सेल्स टैक्स अधिकारी को बता रहा था कि वह त्रिपुरा का डीएम विशाल बोल रहा है। 

एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि जब कई बार बादलपुर थाना प्रभारी को फोन करने के बाद भी परिचित का काम नहीं हो सका तो उसने उन्हें फोन किया। इस दौरान मनु त्यागी ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि ...हेलो विनीत मैं राजस्थान से डीएम विशाल बोल रहा हूं। बातचीत के दौरान जब उन्होंने पूछा कि आप किस कैडर के आईएएस हैं। कई बार पूछने पर भी मनु ने अपना कैडर बताने के बजाय उन्हें अपने को 2005 बैच का आईएएस बताया। बस फिर क्या था, उन्हें उसके फर्जी होने का शक हो गया। 

एसपी देहात ने बातचीत पूरी होने के बाद बादलपुर कोतवाली पुलिस को उसकी कुंडली निकालने के निर्देश दिए। जांच में पता चला कि आरोपी कोई डीएम नहीं बल्कि फर्जी आईएएस बनकर अधिकारियों पर अपना रौब जमाता है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि वह लखनऊ व राजस्थान के भी कई अधिकारियों को फोन करता है। ऐसे में पुलिस आरोपी के पुराने फोन को भी तलाश कर रही है, जिससे और भी कई मामले खुल सकते हैं। एसपी देहात ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मनु त्यागी ने जिन लोगों के काम कराने के लिए फोन किए हैं, उनसे उसको क्या लाभ लिया है। पूछताछ में कई और मामले खुलेंगे।