कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लड़कियां और महिलाएं कर रही हैं पहरेदारी
मुरैना/बैतूल
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जारी है। हर कोई अपनी तरह से इस आपदा से निपट रहा है। पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही तमाम सामाजिक संगठन भी इस लड़ाई में आगे आए हैं, वह मजदूरों को भोजन कराने और उनका स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें मास्क और सैनिटाइजर बांट रहे हैं। हर एक की जिम्मेदारी बढ़ गई है, ऐसे में जिम्मेदारी की दो तस्वीरें दिखा रहे हैं, मुरैना का एक गांव और दूसरा बैतूल का गांव। यहां की महिलाओं ने बीड़ा उठाया है कि वह अपने गांव में किसी को नहीं घुसने देंगे। इसके लिए वह गांव के मुहाने पर बैरिकेडिंग लगाकर पहरेदारी कर रही हैं। इसमें ग्रामीण भी उनका साथ दे रहे हैं। साथ ही बोर्ड टांग दिए हैं कि बाहरी और मेहमानों का प्रवेश गांव में निषेध है।
मुरैना जिले के एक गांव की लड़कियां बनीं रियल हीरो बनकर उभरी हैं। इन लड़कियों ने अपने गांव को लॉकडाउन कर दिया है। उन्होंने गांव के गेट पर लिखा- मेहमान व बाहर के लोग न आएं। मुरैना में एक साथ 12 कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मुरैना शहर से सटे शिकारपुर गांव की लड़कियां रियल हीरो बनकर सामने आई हैं। गांव में रहने वालीं पूजा यादव, उमा यादव, लक्ष्मी यादव, अंकिता यादव ने मिल-जुलकर तय किया कि क्यों न हम गांव को क्वारैंटाइन कर दें। लड़कियों ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अपने गांव को क्वारेंटाइन करना जरूरी है। इसलिए लड़कियों ने गांव की चारों ओर की सीमाओं को बैरियर लगा दिया। वहां पर बोर्ड टांग दिए हैं, जिसमें लिखा है हमारे गांव में मेहमान व बाहर से आने वाले लोगों का प्रवेश निषेद्य है।
अपने गांव को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने महिलाएं आगे आ रही हैं। मामला बैतूल के घोडाडोंगरी के डोलीढाना गांव का है। यहां की महिलाओं ने गांव को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गांव में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को रोकने के लिए ग्रामीणों के साथ महिलाएं भी पहरेदारी कर रही है। डोलीढाना के पाठा नदी मोहल्ले की महिलाओं ने गांव को कोरोनावायरस ने के लिए हाथ में डंडा लेकर पहरेदारी शुरू की है। सड़क पर गांव के प्रवेश मार्ग पर ग्रामीणों ने रास्ता रोक बाहरी व्यक्ति का गांव में आना सख्त मना है। इसका पोस्टर लगाया है। गांव के युवा एवं महिलाएं यहां पहरेदारी कर बाहरी व्यक्ति को गांव में आने से रोक रही हैं।