छत्तीसगढ़ के सीएम के लिए 4 नेताओं में मुकाबला, सबसे आगे चल रहे हैं भूपेश बघेल
रायपुर/नई दिल्ली
छत्तीसगढ़ में सीएम के चयन को लेकर चल रही चर्चाओं और नेताओं में रेस के बीच राहुल गांधी ने फोटो के जरिए संकेत देने की कोशिश की है। राहुल ने राज्य के 4 सीनियर नेताओं के साथ मुस्कुराते हुए फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर संदेश देने का प्रयास किया है। इससे संकेत मिलता है कि कांग्रेस हाईकमान की ओर से सीएम पद को लेकर छत्तीसगढ़ में भी राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसा फैसला लिया जा सकता है। कांग्रेस का कहना है कि रविवार को रायपुर में विधायक दल की मीटिंग के दौरान सीएम का चयन किया जाएगा। फिलहाल भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया है कि मल्लिकार्जुन खड़गे और पीएल पुनिया भी आज छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे फिर विधायक दल की बैठक में सीएम की घोषणा होगी।
इससे पहले शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत के साथ राहुल गांधी ने मीटिंग की थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सीएम बनने की रेस में भूपेश बघेल सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि उन्हें सिंहदेव और साहू से कड़ी टक्कर मिल रही है। सूबे के 4 सीनियर नेताओं के साथ राहुल ने तस्वीर पोस्ट कर यह संकेत देने का प्रयास भी किया कि राज्य की रमन सिंह को बाहर करने में सभी नेताओं की अहम भूमिका थी। राहुल गांधी ने ट्वीट किए गए फोटो के साथ कैप्शन लिखा था, 'यह मायने नहीं रखता कि आपका दिमाग कितना तेज है और रणनीति कितनी बेहतर है। यदि आप अकेले खेलते हैं तो आप हमेशा एक टीम खो देते हैं।' इससे यह अर्थ निकाला जा रहा है कि कांग्रेस लीडरशिप सूबे में सामूहिक नेतृत्व की ओर बढ़ने का कोई रास्ता तलाश रहा है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए सीएम चुनना राजस्थान और मध्य प्रदेश से भी कठिन है क्योंकि यहां दो नहीं बल्कि 4 नेताओं के बीच सीएम बनने को लेकर रेस है। खासतौर पर सामाजिक समीकरण और जनाधार के आधार पर भी चारों ही नेताओं के बीच कड़ी टक्कर है। भूपेश बघेल की बात करें तो उन्होंने बीते 5 सालों में सूबे में कांग्रेस के संगठन के पेच कसने का काम किया है। इसके अलावा वह पिछड़े समुदाय से भी आते हैं। दूसरी तरफ टीएस सिंहदेव एक अच्छा चेहरा माने जाते हैं और आर्थिक तौर पर भी उन्हें सशक्त माना जाता है।
ताम्रध्वज साहू इन नेताओं के मुकाबले कम चर्चित हैं, लेकिन साहू समाज को होने के चलते सामाजिक समीकरण के लिहाज से वह पार्टी के लिए अनुकूल साबित हो सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस की ओबीसी सेल के अखिल भारतीय मुखिया होने के चलते राहुल गांधी से भी उनके अच्छे संबंध हैं। इसके अलावा पुराने दिग्गज नेता चरणदास महंत भी रेस में हैं। वह भी पिछड़ी बिरादरी से आते हैं और वरिष्ठता के लिहाज से भी भारी पड़ते हैं।
ढाई-ढाई साल के फॉर्म्युले पर भी विचार?
छत्तीसगढ़ में सीएम के चयन को लेकर शनिवार को पूरे दिन मीटिंग और मंथन का दौर जारी रहा। तीन दिन की कवायद के बाद एक खबर यह भी आ रही है कि आलाकमान भूपेश बघेल और टीएन सिंहदेव, दोनों को ही ढाई-ढाई साल के लिए सीएम बनाने का विचार कर रहा है। आज दोपहर तक सीएम की तस्वीर साफ होगी। रायपुर में विधायक दल की मीटिंग में सीएम के चेहरे का ऐलान किया जाएगा।