जम्मू-कश्मीर में पीडीपी ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, NC-कांग्रेस का समर्थन

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, NC-कांग्रेस का समर्थन

श्रीनगर 
जम्मू और कश्मीर में पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी चीफ महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश करने की बात कही है। बुधवार शाम को उन्होंने ट्वीट कर गवर्नर को भेजे पत्र को भी साझा किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'यह पत्र राजभवन भेजने की कोशिश की जा रही है। आश्चर्यजनक रूप से अभी फैक्स रिसीव नहीं हुआ है। गवर्नर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। उम्मीद है आपसे (गवर्नर) जल्द मुलाकात होगी।' 

महबूबा ने पत्र में लिखा 
गवर्नर को भेजे खत में पीडीपी चीफ ने लिखा है, 'जैसा कि आपको पता है पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी राज्य की विधानसभा में 29 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। आपको मीडिया रिपोर्टों से पता चल गया होगा कि कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रैंस ने राज्य में सरकार बनाने के लिए हमारी पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है।' 


दिनभर रही गहमागहमी 
इससे पहले जम्मू और कश्मीर में बुधवार को सियासी गलियारों में काफी गहमागहमी देखी गई। पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (PDP), नैशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के नेताओं के बीच ताबड़तोड़ बैठकों के चलते राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गईं। इन बैठकों के जरिए राज्य में नई सरकार बनाने के लिए गठबंधन तैयार करने पर बात हुई। 

CPM के वरिष्ठ नेता एमवाई तारीगामी ने NC उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से यहां मुलाकात कर नई सरकार के गठन की संभावनाएं तलाशी, जिसमें पीडीपी सरकार को बाहर से समर्थन दिया जाए। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीडीपी के सरकार बनाने पर NC उसे बाहर से समर्थन देना चाहती है लेकिन वह विधानसभा को जल्द भंग कर आखिर में चुनाव के पक्ष में है। 

आपको बता दें कि राज्य में विधानसभा निलंबित चल रही है और 19 जून से यहां राज्यपाल शासन लगा हुआ है। सूत्र ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया, ‘इसका मकसद राज्य में नई सरकार के गठन का रास्ता साफ करना है जिससे एक निर्वाचित सरकार आ सके और राज्यपाल शासन की वजह से पैदा हुई राजनीतिक अस्थिरता को खत्म किया जा सके।’ 

सूत्र ने बताया कि आनेवाले दिनों में राज्य में नई सरकार के गठन की की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनकी पार्टी सैद्धांतिक रूप से किसी भी गठबंधन को समर्थन देगी जो सांप्रदायिक शक्तियों को दूर रखे। हालांकि पीडीपी या किसी अन्य दल को लेकर कोई निर्णय नहीं किया गया है। सूत्रों ने बताया कि अगर पीडीपी-एनसी गठबंधन बनता है तो पीडीपी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अलताफ बुखारी सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं। 

विधानसभा की स्थिति 
जम्मू और कश्मीर विधानसभा में पीडीपी के 28 विधायक, NC के 15 और कांग्रेस के 12 विधायक हैं। परंपरागत रूप से परस्पर विरोधी पीडीपी और एनसी का साथ आना राज्य में राजनीति को नया आकार दे सकता है। NC ने 2014 में विधानसभा चुनावों के बाद पीडीपी को समर्थन देने की बात कही थी लेकिन पीडीपी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा कर भाजपा से गठजोड़ कर लिया था। 

माना जाता है कि 19 जून को सरकार गिरने के बाद पीपल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने बीजेपी और नाराज पीडीपी विधायकों के साथ मिलकर गठजोड़ बनाने की कोशिश की थी। पीपल्स कांफ्रेंस के यहां दो विधायक है। 

पीडीपी नेता अलताफ बुखारी ने कहा, 'मेरे नेतृत्व ने हमें इस बात की पुष्टि की है कि तीन पार्टियां (कांग्रेस, पीडीपी और नैशनल कॉन्फ्रेंस) राजनीतिक और कानूनी रूप से राज्य की विशेष पहचान सुरक्षित रखने के लिए गठबंधन पर राजी हुए हैं। जल्द ही आपको एक अच्छी खबर मिलेगी।' बुखारी ने यह भी कहा, 'लोकतंत्र में सभी को यह संभावनाएं तलाशने का हक है।' उन्होंने कहा कि आगामी दो-दिनों में आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी। 

गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'हम पार्टियों का यह कहना था कि क्यों न हम इकट्ठे हो जाएं और सरकार बनाएं। अभी यह स्टेज सरकार बनने वाली नहीं है, एक सुझाव के तौर पर बातचीत चल रही है।'