नदियां उफान पर, आज भी जलस्तर में वृद्धि की आशंका
पटना
राज्य की कई नदियां अब भी उफान पर है। कई जिले के दर्जन भर स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने बुधवार को भी बारिश की चेतावनी दी है। इस कारण नदियों का पानी और बढ़ने की आशंका जताई गई है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार बूढ़ी गंडक का पानी सिकंदरपुर में खतरे के निशान से चार सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। इसी तरह समस्तीपुर में यह 63 सेंटीमीटर तो रोसड़ा में 148 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर आ गया। इसी तरह बागमती का पानी ढेंग में चार सेंटीमीटर, रून्नीसैदपुर में 149 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 27 सेंटीमीटर तो हायाघाट में खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर तक पहुंच गया। अधवारा समूह का पानी जयनगर में 50 सेंटीमीटर, कोसी का पानी बलतारा में 100 सेंटीमीटर, महानंदा का पानी ढेंगराघाट में 15 सेंटीमीटर और झावा में खतरे के निशान से 14 सेंटीमीटर ऊपर आ गया। परमान नदी का पानी भी अररिया में खतरे के निशान से 38 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राज्य के 12 जिले की 105 पंचायत बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 1238 पंचायतों की आठ लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। 106 लोगों की अब तक मौत हुई है। 54 राहत शिविरों में 29 हजार 400 लोग रह रहे हैं। 812 सामुदायिक रसोई के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को खाना दिया जा रहा है।
वहीं राज्य सरकार के अनुरोध पर मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने हेलिकॉप्टर से फूड पैकेट गिराए। दरभंगा, सीतामढ़ी व मधुबनी में हेलिकॉप्टर के माध्यम से फूड पैकेट गिराए गए। वायु सेना के अधिकारी बीबी पांडे ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को फूड पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सभी इलाके में हेलिकॉप्टर जाएंगे।