फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कोल ब्लाक में खनन पर मचा बवाल

रायपुर
छत्तीसगढ़ में कोल ब्लाक में फर्जी दस्तावेज के आधार पर खनन की तैयारी का विरोध शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने आरोप लगाया है कि तीन गांवों के फर्जी ग्राम सभा के आदेश का हवाला देकर खनन शुरू किया जा रहा है। इसकी शिकायत कोर्ट और थाने में की गई है।
सीबीए के संयोजक आलोक शुक्ला ने बताया कि उदयपुर के सल्ही गांव के लोगों ने अवैध तरीके से खनन की शिकायत की है। साल्ही के सरपंच आनंद राम और प्रधान राम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि नदी, नाला और जल झरना का अवैध तरीके से कोल ब्लाक एरिया में दुस्र्पयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों को इसके इस्तेमाल से रोका जा रहा है। साल्ही में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था, लेकिन उसमें कोई निर्णय नहीं हुआ।
बावजूद इसके कोल कंपनी ने फर्जी दस्तावेज पेश कर खनन शुरू किया है। उन्होंने बताया कि ग्राम सभा में 150 ग्रामीण उपस्थित थे, लेकिन कंपनी की ओर से जो दस्तावेज दिये गये उसमें 450 ग्रामीणों की उपस्थिति की जानकारी दी गई है।
ग्राम सभा में 21 प्रस्ताव पास हुए थे। ग्रामीणों ने शिकायत में यह मांग की है कि उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाए। निस्तारी से लेकर सार्वजनिक जमीन का कोल ब्लाक के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाए।