फेफड़ों का इंफेक्शन है निमोनिया
निमोनिया फेफड़ों का एक कॉमन इंफेक्शन है जो बैक्टिरिया या वायरस के कारण होता है। यह फेफड़े से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जिससे हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है। निमोनिया एक संक्रामक बीमारी है जो खांसने, छींकने, छूने और यहां तक की सांस के जरिए भी फैलती है। बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जिनमें निमोनिया के कोई लक्षण साफतौर पर नहीं दिखते लेकिन वैसे लोग भी बीमारी फैला सकते हैं।
निमोनिया के लक्षण
- खांसी
- बुखार
- सिरदर्द
- सांस लेने में दिक्कत
- सीने में दर्द
- कंपकपी लगना
- मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी
- चक्कर आना
जानलेवा बीमारी है निमोनिया
निमोनिया वैसे तो एक जानलेवा बीमारी है लेकिन समय रहते इससे बचा जा सकता है और इसका इलाज घर पर ही ऐंटिबायॉटिक के इस्तेमाल से हो सकता है। लेकिन कई मामलों में हॉस्पिटल में भी भर्ती होने की जरूरत भी पड़ती है। लेकिन एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर आप निमोनिया के रिस्क को कम कर सकते हैं। हम आपको निमोनिया से बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बता रहे हैं।
अदरक या हल्दी की चाय
ऐसा कहा जाता है कि निमोनिया में अदरक और हल्दी की गर्म चाय पीने से लगातार आ रही खांसी के कारण होने वाले सीने के दर्द में आराम मिलता है। अदरक और हल्दी के पौधों की जड़ें सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं।
पेपरमिंट की चाय
पेपरमिंट ऐंटी-इन्फ्लेमेट्री होता है जो चेस्ट में मौजूद कंजेशन को कम करने और पेनकिलर के तौर पर जाना जाता है। पेपरमिंट की गर्म चाय पीने से गले में होने वाली खिचखिच से राहत मिलती है और कफ भी बाहर निकलती है।
कॉफी पिएं
गर्म कॉफी पीने से निमोनिया के कारण होने वाली सांस से जुड़ी दिक्कत में राहत मिलती है। कॉफी में मौजूद कैफीन से फेफड़े का कंजेशन खत्म होता है और सांस लेने में आसानी होती है।
शहद भी फायदेमंद
शहद में मौजूद कंपाउंड्स में ऐंटिबैक्टिरियल, ऐंटिफंगल और ऐंटिऑक्सिडेंट प्रॉपर्टी होती है जिससे निमोनिया से होने वाले कफ और कोल्ड में आराम मिलता है। 1/4 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच शहद मिलाकर हर रोज पीने से निमोनिया में आराम मिल सकता है।
गर्म सूप पिएं
मौसमी सब्जियों से बना सूप केवल आपके लिए पोषक तत्वों का स्त्रोत नहीं है बल्कि इंफेक्शन से लड़ने के लिए ये आवश्यक फ्लूइड की भी आपूर्ति करता है। गर्म लिक्विड पीने से शरीर गर्म होता है और कोल्ड में राहत मिलती है।