बालाकोट से चर्चा में आई इटली की पत्रकार इस बार वाराणसी पुलिस से आहत, अमित शाह को ट्वीट ने मचाई खलबली

वाराणसी
बालाकोट हमले पर पाकिस्तानी करतूतों का खुलासा करने वाली इटली की पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो इस बार वाराणसी पुलिस से आहत हैं। वाराणसी पुलिस को भ्रष्ट बताते हुए उन्होंने ट्वीट पर ट्वीट करना शुरू किया तो सीधे पुलिस कप्तान ने मोर्चा संभाल लिया। अपना फोन नंबर ट्वीट करते हुए एसएसपी ने बात करने की गुजारिश कर दी।
मामला भेलूपुर थाने से जुड़ा होने के कारण सीओ भेलूपुर अनिल कुमार को जांच दी गई है। फ्रांसेस्का मरीनो ने ही बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक का सच दुनिया के सामने रखा था और साल 2010 में आतंकी हाफ़िज़ सईद का इंटरव्यू लेकर खलबली मचा दी थी।
यह है पूरा मामला
फ्रांसेस्का के अनुसार, उन्होंने वाराणसी के संध्या और राम नाम के दो बच्चों को बहुत पहले गोद ले लिया था। दोनों को अपने साथ वह इटली लेकर चली गई थीं। संध्या के बड़े होने पर उन्होंने उसकी शादी बनारस में ही करा दी। इसी बीच राम ने भी बनारस की ही एक लड़की से शादी की इच्छा जाहिर की। उन्हें यह रिश्ता पसंद नहीं आया। शादी के बाद राम की पत्नी न तो बनारस स्थित घर आई और न ही वह इटली आई। इस पर दोनों ने तलाक की ओर कदम बढ़ा दिया। मामला थाने तक पहुंचा अौर दहेज के लिए परेशान करने का आरोप भी लग गया। पांच लाख शादी खर्च सहित सात लाख रुपयों की डिमांड हुई। फ्रांसेस्का ने दहेज के आरोपों को भी सिरे से नकार दिया।
फ्रांसेस्का का आरोप है कि धीरे धीरे डिमांड बढ़कर 10 लाख रुपयों तक जा पहुंची। लड़की वालों ने राम अौर संध्या दोनों के खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और दहेज का सामान हड़प लेने का मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि संध्या उस समय भारत में ही नहीं थी और न ही राम की पत्नी कभी उसके घर रहने आई थी।
फ्रांसेस्का ने आरोप लगाया है कि भेलूपुर पुलिस ने लड़की वालों से पैसे लेकर राम और संध्या के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया। इस बारे में जब उन्होंने भेलूपुर पुलिस से सम्पर्क किया तो पुलिस ने उनसे पैसा देकर इस मामले में समझौता करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। यही नहीं फ्रांसेस्का का आरोप यह भी है कि भेलूपुर पुलिस ने उन्हें इस मुकदमे की एफआईआर की कॉपी भी नहीं दी है।
अमित शाह और स्मृति ईरानी को ट्वीट टैग करते ही हरकत में पुलिस
फ्रांसेस्का को जब हल निकलता नहीं दिखा तो उन्होंने अपनी बातों को ट्वीट करना शुरू कर दिया। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और स्मृति इरानी को भी ट्वीट से टैग किया और मदद की गुहार लगा दी। वाराणसी पुलिस की कार्यप्रणाली को भ्रष्ट बता दिया। फ्रांसेस्का का ट्वीट तेजी से वायरल होते ही एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने भी ट्वीट के जरिये उन्हें एक पोस्ट लिखा। उसमें अपना परिचय देते हुए अपना सीयूजी नंबर भी दिया। कहा कि सीधा सम्पर्क करें।
जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई: एसएसपी
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इस सम्बन्ध में भेलूपुर थाने में पता लगवाया है। फिलहाल राम के विरुद्ध दहेज़ उत्पीड़न और गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। सीओ भेलूपुर अनिल कुमार को जांच के लिए कहा गया है। निष्पक्ष जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसपर कार्रवाई की जाएगी।