मोदी-जिनपिंग की 3 महीने में तीसरी बार होगी मुलाकात, इन मुद्दों बनेगी बात?
नई दिल्ली
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात होगी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अमेरिकी व्यापार संरक्षणवाद और साझा हित के अन्य मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है. चीन के विदेश मंत्रालय ने इसकी घोषणा की. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग की 25-27 जुलाई को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से बैठक होगी, पिछले तीन महीनों में दोनों नेताओं की यह तीसरी मुलाकात होगी. यही नहीं, पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामाफोसा और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे. विदेश मंत्रालय के सचिव टीआर त्रिमूर्ति ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री के साथ बड़ा व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी जाएगा.
इससे पहले अप्रैल में चीनी शहर वुहान में दोनों नेताओं की दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक हुई थी. वह बैठक डोकलाम गतिरोध के बाद द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने तथा प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के इरादे से हुई थी. इसके अलावा दोनों नेताओं की जून में चीन के क्विंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से कहा, 'राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिये दक्षिण अफ्रीका जाएंगे. शिखर सम्मेलन के दौरान शी भारत और अन्य देशों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे.'
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी और शी की बैठक में अमेरिका के साथ मौजूदा व्यापार युद्ध पर चर्चा होगी. प्रवक्ता ने कहा, 'वे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, ब्रिक्स सहयोग तथा द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जहां तक अमेरिकी व्यापार संरक्षणवाद का सवाल है, इस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने व्यापक चिंता जताई है.' चुनयिंग ने कहा, 'चीन और भारत बहुपक्षवाद और मुक्त व्यापार तथा खुली अर्थव्यवस्था के पैरोकार हैं, मुझे लगता है कि दोनों नेता इस मुद्दे समेत साझा हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे.'