मोर पंख का आपके घर से है कैसा कनेक्शन
हिंदू शास्त्रों, ग्रंथो, वास्तु एवं ज्योतिष शास्त्र में मोर के पंख को महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। मोर पंख बहुत से देवताओं का प्रिय आभूषण है जैसे भगवान कृष्ण, श्री गणेश और कार्तिकेय जी। विद्या की देवी सरस्वती मां का वाहन होने के कारण विद्यार्थी वर्ग में अपनी पुस्तकों के भीतर मोर पंख रखने की प्रथा है। मोर भगवान कार्तिकेय का भी वाहन है। कार्तिकेय देवताओं के सेनापति हैं, लेकिन उन्होंने वाहन के रूप में मोर को चुना। देववाहिनी तन्त्र में मोर के पंखों का विस्तार से वर्णन किया गया है। घर में मोर पंख ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां से वह आसानी से दिखाई देता रहे। मोर के पंख घर में रखने का बहुत महत्त्व है, इस से शुभता का संचार होता है तथा सुख-समृद्धि और लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती है। इसका धार्मिक प्रयोग भी है। जो व्यक्ति सदैव अपने पास मोर पंख रखता है उस पर कोई अमंगल नहीं मंडराता।
- जिस स्थान पर मोर पंख रखा होता है, वहां के वातावरण में मौजूद नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और सकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं।
- सांप मोर पंख से भय खाते हैं क्योंकि मोर का प्रिय आहार है सांप। अत: सांप उस स्थान में नहीं जाते जहां उन्हें मोर या मोर पंख दिखाई देते हैं।
- मोर पंख से बने पंखे को घर के अंदर ऊपर से नीचे फहराने से घर की आसपास की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।
- मोर पंख को सिर पर धारण करने से विद्या लाभ प्राप्त होता है।
- घर के दक्षिण-पूर्व में मोर पंख लगाने से बरकत में बढ़ोतरी होती है व अचानक दुख नहीं आते।
- मनचाहा पैसा कमाने के बाद भी अगर पैसा नहीं टिकता तो घर में मोर पंख लगाएं।