राजधानी के पास जंगलों में बाघिन का मूवमेंट, ग्रामीणों में दहशत
भोपाल
राजधानी के पास केरवा और मेंडोरा के जंगलों में बाघिन के अकेले दिखने से वन विभाग अलर्ट हो गया है। इस एरिया में बाघिन अभी तक अपने दो शावकों के साथ ही नजर आती थी लेकिन अब उसके अकेले होने से वन विभाग के गश्तीदल को उसके शावकों को तलाशना है ताकि वह शिकारियों के हाथ न लग जाए। इस संबंध में वन विभाग भोपाल के एडीएस सुनील भारद्वाज का कहना है कि केरवा एक ऐसा सेंटर है जहां पर ईको टूरिज्म के चलते सैलानियों की भीड़ लगी रहती है। ऐसी हालत में बाघिन का मूवमेंट खतरनाक हो सकता है। इसके लिए अब गश्ती दल के तीन राउंड बनाए गए हैं 24 घंटे उस एरिया की वॉचिंग करेंगे।
आष्टा के पास बैरागढ़ कला और रामपुराकलां क्षेत्र में फिर से तेंदुआ दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है। वन विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए को भगाने के लिए गांवों के आसपास आतिशबाजी की और ढोल बजवा कर उसको भगाने की कोशिश कर रहे है ताकि वह वापस जंगल में चला जाए। वन विभाग के अमले ने भी सर्चिंग की है, लेकिन तेंदुआ दिखाई नहीं दिया है। ग्रामीण इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं जंगल के बाद तेंदुआ गांवों की तरफ रूख नहीं कर लें। तेंदुए का करीब 20 दिन से इलाके में रामपुरा व सिंगारचोरी के जंगल में मूवमेंट बना हुआ है और वह 9 मवेशियों को शिकार बना चुका है।