राम वनगमन पथ: राज्य सरकार के पास आया प्रस्ताव, पीपीपी मोड में होगा निर्माण

भोपाल
कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रही राज्य सरकार के लिए राहत भरी खबर है। स्वयंसेवी संस्था इंडो फ्रांस यूरोपियन ट्रैंगल ने पीपीपी पर मध्यप्रदेश में राम वनगमन पथ के निर्माण करने के लिए आगे आई है। यदि उसे सरकार ने हरी झंडी दी तो मध्यप्रदेश में जल्द ही यह योजना साकार हो सकेगी।
मध्यप्रदेश में चित्रकूट से अमरकंटक के बीच रामवनगमन पथ का निर्माण किया जाना है। पूर्व कांग्रेस सरकार ने कैबिनेट में राम वनगमन पथ परियोजना के लिए ट्रस्ट बनाने की मंजूरी दी थी। कांग्रेस सरकार ने 22 करोड़ रुपए का प्रावधान भी रामवनगमन पथ के निर्माण के लिए किया गया था। लेकिन इस राशि के उपयोग की अनुमति वित्तीय वर्ष के अंत तक नहीं मिल पाई और यह राशि लेप्स हो गई।
अब भाजपा सरकार फिर एक बार सत्ता में आई तो प्रदेश कोरोना के संकट से जूझ रहा है। सरकार ने बजट में राम वनगमन पथ के लिए केवल एक लाख 34 हजार रुपए की टोकन मनी का प्रावधान किया है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी मध्यप्रदेश में राम वनगमन पथ निर्माण में सहयोग के लिए सहमति दे चुके है लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ पाया ।
मध्यप्रदेश में रसतना, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर जिले में रामवनगमन पथ का निर्माण होगा। कांग्रेस ने फोरलेन मार्ग बनाने और बीच में पड़ने वाले सभी नदी, झाने एवं जल स्रोतों को प्रदूषण से मुक्त करने और छायादार वृक्षों के रोपण की कार्ययोजना पर काम की योजना बनाई थी।
इंडो ,फ्रांस यूरोपियन ट्रेंगल डायरेक्टर ग्लोबल एनपी सिंह और ज्वाइंट डायरेक्टर ग्लोबल बिजनेस दीपक शर्मा ने मध्यप्रदेश में रामवनगमन पथ और वैदिक सिटी पीपीपी पर बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है।