रायपुर में है 1500 झोलाछाप, MBBS का बोर्ड लगाकर चला रहे गोरखधंधा

रायपुर
झोलाछाप यानी कथित डॉक्टर्स की दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं। ये बगैर डिग्री, डिप्लोमा के एलोपैथी से लेकर सभी तरह की दवाइयां बांट रहे हैं, इंजेक्शन लगा रहे हैं। यही नहीं, इनकी क्लिनिक में तीन चार बेड भी होते हैं, मरीज को भर्ती करते हैं। छोटी सर्जरी भी कर देते हैं। इनके विरुद्ध लगातार कार्रवाई न होने का नतीजा है कि अकेले रायपुर जिले में कथित डॉक्टरों की संख्या 1500 से अधिक पहुंच गई है।
यही वजह है कि अब एक बार फिर कार्रवाई के लिए योजना बनाई गई है। कार्रवाई टीम को रिवाइज किया गया है। बीते सालों में हुई कार्रवाई के बाद इन्होंने शासन-प्रशासन को भ्रमित करने के लिए अपनी क्लिनिक के बोर्ड में एमबीबीएस, बीएएमएस लिखना शुरू कर दिया है। ये दूसरे डिग्रीधारी डॉक्टर के नाम का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन बैठते खुद हैं। सूत्रों के मुताबिक नवगठित टीम जल्द कार्रवाई के लिए सड़क पर उतरेगी।
जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक झोलाछाप शहर के आउटर और ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें खोलकर बैठे हुए हैं। अछोली, उरला, बिरगांव, भनपुरी, टाटीबंध, धरसींवा, आरंग, अभनपुर, सिलतरा में कई झोलाछाप की क्लिनिक है। कुछ की दुकानें शहर के बीचोबीच है।