शराब की बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड, 2018 में 10 फीसदी बड़ी सेल्स

शराब की बिक्री ने तोड़ा रिकॉर्ड, 2018 में 10 फीसदी बड़ी सेल्स

नई दिल्ली
 पिछले दो साल से शराब की बिक्री में आ रही गिरावट के बाद अब 2018 में शराब की बिक्री पिछले साल से दोहरे अंकों में बढ़ी है। इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स ने एक्साइज डिपार्टमेंट के अनुसार, 'विस्की, ब्रैंडी, रम और वॉदका सहित सभी अहम सेगमेंट्स में डिमांड बढ़ने से पिछले साल इंडियन मेड फॉरेन लिकर (IMFL) का सेल्स वॉल्यूम 10 फीसदी बढ़कर 35.90 करोड़ केस (डिब्बे) हो गया है।' आपको बदा दें कि एक केस में एक लीटर शराब की 12 बोतलें होती हैं।

2017 में हुई थी सबसे कम बिक्री

2012 के बाद शराब की बिक्री 2018 में सबसे ज्यादा हुई है। बात अगर पिछले साल की करें तो 2017 में पिछले 10 सालों के मुकाबले सबसे कम बिक्री हुई थी। 2017 में सेल्स 3 फीसदी घटकर 32.8 करोड़ केस रह गई थी। 2001-10 तक शराब की सेल्स ग्रोथ 12 फीसदी सीएजीआर से ज्यादा रही थी। देश के शराब बाजार में 70 फीसदी हिस्सेदारी रॉयल स्टैग, मैकडॉवेल और ऑफिसर्स चॉइस जैसे IMFL ब्रांड्स की है।

इन राज्यों में बिकी सबसे ज्यादा शराब

केरल, बिहार और तमिलनाडु का देश में शराब की कुल बिक्री में लगभग 20 फीसदी योगदान रहा है। कंपनियों ने बताया कि लिकर मार्केट की ग्रोथ को प्रीमियम प्रॉडक्ट्स से बढ़ावा मिला है। गुणवत्ता वाली शराब की सेल्स 4 फीसदी बढ़ी है। भारत की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद कृपालु ने दिसंबर क्वॉर्टर के रिजल्ट्स के ऐलान करते समय कहा था कि, 'इंडस्ट्री की ग्रोथ बेहतर रही है। कुछ रेगुलेटरी इश्यू और इनकम पर बने दबाव के चलते प्रॉफिट थोड़ा कम रहा है।'