अक्टूबर में ईंधन मांग 4 प्रतिशत बढ़ी

अक्टूबर में ईंधन मांग 4 प्रतिशत बढ़ी

 
नई दिल्ली

कीमतें कम होने के बाद पेट्रोल एवं डीजल का उपभोग बढऩे से अक्टूबर महीने में देश में पेट्रोलियम ईंधन की मांग में चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण सेल के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर महीने में देश की ईंधन खपत 179.90 लाख टन रही जो पिछले साल अक्टूबर में 173 लाख टन थी। जब अगस्त महीने में वैश्विक बाजार में कच्चा तेल के भाव बढऩे और रुपये के कमजोर होने से ईंधन की कीमतें नरम पड़ रही थीं तब ईंधन मांग 0.3 प्रतिशत गिरकर 165 लाख टन पर आ गयी थी। इसके बाद सितंबर में भी जब कीमतें बढ़ रही थी तब खपत एक प्रतिशत बढ़कर 165.10 लाख टन रही थी। जुलाई महीने में ईंधन मांग 6.30 प्रतिशत बढ़कर 169.90 लाख टन रही थी।

आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर महीने में पेट्रोल की बिक्री 4.6 प्रतिशत बढ़कर 23.3 लाख टन तथा डीजल बिक्री 6.7 प्रतिशत बढ़कर 69.80 लाख टन रही। इस दौरान चार अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल सर्वकालिक उच्च स्तर 84 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया था। हालांकि इसके बाद इसमें लगातार गिरावट आयी और बृहस्पतिवार को यह 77.28 रुपये प्रति लीटर रहा। 

इसी तरह डीजल भी 75.45 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर से कम होकर 72.09 रुपये प्रति लीटर पर आ गया। आलोच्य माह के दौरान विमानन ईंधन एटीएफ की बिक्री नौ प्रतिशत बढ़कर 6.89 लाख टन रही। एलपीजी की भी बिक्री इस दौरान 4.8 प्रतिशत बढ़कर 20.6 लाख टन पर पहुंच गयी। एलपीजी का इस्तेमाल बढऩे से अक्टूबर में किरोसीन खपत 7.4 प्रतिशत गिरकर 2.88 लाख टन पर आ गयी। इस दौरान नाफ्ता की बिक्री 4.6 प्रतिशत बढ़कर 12.3 लाख टन और पेट्रोलियम कोक का उपभोग 11 प्रतिशत गिरकर 20.4 लाख टन रहा।