शादी का पहला मुहूर्त 17 जनवरी को, होलाष्टक तक बजेगी शहनाई
रायपुर
15 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही खरमास का समापन होगा और गत 16 दिसंबर से शुभ संस्कारों पर लगी रोक हट जाएगी। नए साल 2019 का पहला मुहूर्त 17 जनवरी को है। इस दिन से शहनाई बजने का क्रम शुरू होगा और होलाष्टक तक लगभग 20 मुहूर्त विवाह के लिए श्रेष्ठ हैं। होलाष्टक के बाद पुनः एक माह के लिए मीन मलमास शुरू जाएगा और इस दौरान विवाह संस्कार नहीं होंगे। मीन मलमास अपै्रल के मध्यान्ह में खत्म होगा। इसके बाद फिर जुलाई में चातुर्मास शुरू होने तक ढेरों मुहूर्त में फेरे लिए जा सकेंगे।
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही शुरू होंगे मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार गत 16 दिसंबर से शुरू हुआ खरमास का समापन 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर होगा। मकर संक्रांति के बाद से सूर्य उत्तरायण की स्थिति में आ जाएगा। वर्तमान में सूर्य धनु राशि में विद्यमान है। शास्त्रीय मान्यता है कि सूर्य जब धनु राशि में होता है तब मलीन अवस्था में होता है। सूर्य के मलीन अवस्था में होने के कारण किसी भी तरह का शुभ संस्कार नहीं किया जाता। सूर्य जब 15 जनवरी को धनु राशि से निकलकर शनि प्रधान मकर राशि में प्रवेश करेगा। इसके पश्चात शुभ संस्कार किए जा सकेंगे।
14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन मलमास
होली के आठ दिनों पूर्व 14 मार्च से होलाष्टक लग जाएगा। मान्यता है कि होलाष्टक के आठ दिनों में कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। चूंकि होलास्टक वाले दिन ही सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा और इस दिन से मीन मलमास शुरू हो जाएगा जो 14 अप्रैल तक चलेगा। इसके चलते 14 मार्च से 14 अप्रैल तक कोई भी शुभ कार्य संपन्न नहीं होगा।
सबसे ज्यादा 14 मुहूर्त मई में
नए साल 2019 जनवरी में 6, फरवरी में 10, मार्च में 5, अप्रैल में 10, मई में 14, जून में 13, जुलाई में 2, नवंबर में 8 और दिसंबर में 4 मुहूर्त विवाह के लिए श्रेष्ठ हैं।
माह मुहूर्त
जनवरी 17, 18, 23, 25, 26, 29
फरवरी 1, 8, 9, 10, 15, 21, 23, 24, 26, 28
मार्च 2, 7, 8, 9, 13
अप्रैल 16, 17, 18, 19, 20, 22, 23, 24, 25, 26
मई 2, 6, 7, 8, 12, 14, 15, 17, 19, 21, 23 28, 29, 30
जून 8, 9, 10, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 25, 26
जुलाई 6 और 7
नवंबर 8, 9, 10, 14, 22, 23, 24, 30
दिसंबर 5, 6, 11, 12