शिव की नगरी काशी में शिवसेना करेगी राम मंदिर आंदोलन का ऐलान

शिव की नगरी काशी में शिवसेना करेगी राम मंदिर आंदोलन का ऐलान

 
वाराणसी 

सुप्रीम कोर्ट में सालों से लटके रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के मसले को लेकर अब शिवसेना आरपार की लड़ाई के मूड में आ गई है। भगवान शिव की नगरी काशी में आकर रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के आंदोलन को ऐलान करने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे फरवरी के आखिरी सप्ताह में आ रहे हैं। रामलला की नगरी अयोध्या में नवंबर में दर्शन-पूजन करने बाद लोकसभा चुनाव से वाराणसी आ रहे शिवसेना प्रमुख बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन, गंगा आरती के साथ एक रैली भी करेंगे।  


प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में शिवसेना प्रमुख की होने वाली रैली की तैयारियों का जायजा लेने पार्टी के राष्ट्रीय संगठक अशोक तिवारी शुक्रवार को काशी पहुंचे। एनबीटी से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि बीजेपी जब देश में दो लोकसभा सीट जीतती थी, उस समय से गठबंधन करने वाली शिवसेना अब 2019 में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी शिवसेना अपना प्रत्याशी खड़ा करने के साथ राम मंदिर सहित कई मसलों पर उनकी वादाखिलाफी को जनता के बीच ले जाकर वोट मांगेगी। उन्होंने कहा कि काशी, अयोध्या और मथुरा के साथ यूपी की कई लोकसभा सीटों पर शिवसेना अपने उम्मीदवार उतारेगी। 

शिवनगरी में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के काशी दौरे के बारे में राष्ट्रीय संगठक ने बताया कि बेनियाबाग का मैदान, टाउनहाल, कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज के साथ जगतपुर डिग्री कॉलेज के मैदान का दौरान शिवसेना के स्थानीय नेता अरूण पाठक के साथ किया हूं। शिवसेना प्रमुख की काशी में होने वाली ऐतिहासिक रैली से पहले पार्टी के सांसद संजय राउत 20 जनवरी से पहले आएंगे, जनसभा स्थल को अंतिम रूप देने के साथ प्रशासन से इसकी अनुमति की प्रक्रिया पूरी करने के लिए। शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ने जिस तरह बाबरी विध्वंस की जिम्मेदारी ली थी, उसी तरह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवनगरी से राम मंदिर निर्माण के आंदोलन का ऐलान करते हुए तारीख की घोषणा भी करेंगे। 

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में देरी के लिए कांग्रेस-बीजेपी दोनों जिम्मेदार 
राममंदिर विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई को लेकर शुक्रवार को फिर 10 जनवरी को तीन जजों की बेंच गठित करने की तारीख मिलने पर आक्रोश जाहिर करते हुए शिवसेना नेता ने कहा कि इसके लिए कांग्रेस के साथ बीजेपी भी कम जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जहां अपने वकीलों के सहारे इस मामले की जल्द सुनवाई न हो इसके लिए रोड़ा डालती रही, वहीं बीजेपी भगवान राम के नाम पर एक चुनाव और लड़ने के इरादे से साथ दे रही है। देश के हिंदुओं का सब्र अब टूटता जा रहा है। 

आतंकवादियों के मानवाधिकार, सबरीमाला में दर्शन-पूजन की मान्यता को लेकर जल्द सुनवाई करने वाली सुप्रीम कोर्ट करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ तारीख पर तारीख देकर खिलवाड़ कर रही है। शिवसेना अब रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण को लेकर देशव्यापी आंदोलन का मन बना चुकी है। शिवसेना प्रमुख शिवनगरी में आकर इस आंदोलन की घोषणा करेंगे।