सागर में विसरा जांच की पेंडेंसी बढी,अब ग्वालियर भेजे जायेंगे छ: जिलों के सेंपल

ग्वालियर
राज्य न्यायिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में आपराधिक वारदात और संदिग्ध मौत के मामलों में कराई जाने वाली विसरा जांच समय पर नहीं होने से कई अपराधों की विवेचना महीनों से अटकी हुई है,स्टेट फोरेंसिक लैब की विसरा जांच यूनिट में प्रतिमाह 300 से अधिक सेंपल जांच के लिए पंहुचते हैं विशेषज्ञों और संसाधनों की कमी के कारण बीस प्रतिशत से ज्यादा जांचें नहीं हो पा रहीं हैं,इस कारण से सागर एफएसएल में 900 से ज्यादा विसरा जांच के मामले पेंडिंग हैं। इस कारण से न्यायालयीन मामलों के निराकरण में देरी हो रही है।
पुलिस महकमे ने इसके निराकरण के लिए अब ग्वालियर में विसरा और टॉक्सिकोलॉजी की जांच करने के आदेश दिये हैं 7 जनवरी से अब क्षेत्रीय न्यायालयिक एवं विज्ञान प्रयोगशाला ग्वालियर में छ: जिलों छतरपुर,टीकमगढ,पन्ना,रीवा,सतना और जबलपुर की जांच भेजी जाने लगी है। जांच रिपोर्ट जल्द आ जाने से न्यायालय को केसों के जल्द निर्णय करने में सहूलियत मिलेगी।