सी-विजिल से आम मतदाता कर सकेंगे चुनाव में किसी भी गड़बड़ी की शिकायत : मुख्य निर्वाचन आयुक्त

रायपुर
भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे में सभी राजनीतिक दलों और सभी शासकीय अधिकारियों के साथ बैठक करके विधानसभा के दो चरणों में होने वाले चुनावों की समीक्षा की. भारत निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट कर दिया है जो आपराधिक मामले प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में दिए हैं, उनको सार्वजनिक किया जाए.
निर्वाचन आयोग ने पहले बार सी-विजिल की शुरुआत की है जो आम मतदाताओं के अधिकारों को बढ़ाएगा. इस एप के माध्यम से आम वोटर सीधे किसी भी मतदान संबंधी गड़बड़ियों की सीधे शिकायत कर सकेगा. चुनाव आयोग ने दोनों चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों की विधिवत समीक्षा करने के दिशा निर्देश भी जारी किए.
बैठक में बात आई कि नक्सल प्रभावित बस्तर के लोग विधानसभा चुनाव में मतदान तो करना चाहते हैं, लेकिन स्याही नहीं लगवाना चाहते.बस्तर के लोगों ने वोटर जागरूकता अभियान के दौरान बीजापुर और सुकमा कलेक्टर को बताया कि वोट डालने के दौरान उंगली पर स्याही न लगाई जाए वरना उसे देखकर नक्सली हमें मार देंगे.हम वोटिंग करना चाहते हैं, लेकिन नक्सलियों का डर है.अफसरों ने चुनाव आयोग से इस मामले में गाइडलाइन बनाने और समाधान निकालने को कहा था.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसे सिरे से इंकार कर दिया.बस्तर की 12 सीटों पर पहले चरण में 12 नवंबर को मतदान होना है.पिछले चुनावों की तरह इस बार भी माओवादी संगठनों ने बस्तर में चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है.इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक करके विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के दिशा निर्देश जारी किए हैं.