हामिद को धोख़ा मिला लेकिन इमरान को भारत में प्यार भी मिला और घर भी बसा

भोपाल
पाकिस्तान की जेल में 6 साल काटने वाले हामिद नेहाल अंसारी भारत लौट आए और इमरान वारसी भोपाल से अपने मुल्क़ पाकिस्तान के लिए वापस रवाना हो गए. दोनों अपने प्यार को पाने सरहद पार कर पड़ोसी देश में घुस गए थे. हामिद को तो धोख़ा मिला लेकिन इमरान को भारत में प्यार भी मिला और घर भी बसा.
हालांकि गैरकानूनी तरीके से भारत में रहने के कारण उन्हें जेल हुई और अब अपनी पत्नी और बच्चों को यहीं छोड़कर उन्हें पाकिस्तान जाना पड़ रहा है. वे इस उम्मीद में यहां से रवाना हुए कि दोनों देश की सरकारें उनके परिवार को मिलवाएंगी.
मोहम्मद इमरान वारसी 2004 में एक भारतीय लड़की के प्यार में कोलकाता आए थे. यहां उसने अपने मामा की बेटी से शादी की थी, जिसे वो प्यार करता था. इमरान 4 साल कोलकाता में रहा. इस दौरान उसके दो बेटे हुए, लेकिन वीजा की अवधि ख़त्म हो चुकी थी और वे अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान नहीं लौटना चाहता था. बस यही चाह उसे ग़लत रास्ते पर ले गई.
इमरान भारत में ही रहने की ख़्वाहिश में 2008 में पासपोर्ट और वीजा बनवाने भोपाल आया. यह काम वह जाली दस्तावेज़ों के आधार पर करवाने की फिराक में था. उसे नकली दस्तावेजों के साथ पकड़ लिया गया था.
यहां से शुरू हुआ मुकदमा और जेल का सफर. इमरान पर षडयंत्र करने, धोख़ा देने, नकली दस्तावेज़ पेश करने के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम और ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगा. इन्हीं मामलों में दोषी पाए जाने पर कोर्ट ने उसे 10 साल की सज़ा सुनाई थी. तब से वो यहां जेल में था. वह 9 महीने पहले रिहा हो गया था और तब से भोपाल की शाहजहांनाबाद पुलिस स्टेशन के डिटेंशन सेंटर में रह रहा था. अब कानूनी कार्रवाई पूरी होते ही उसे अपने वतन के लिए रवाना कर दिया गया.
पुलिस इमरान को लेकर बाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो गई है. उसे 26 दिसंबर को सीमा पार पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा. इमरान कराची का रहने वाला है. वह खुश है कि वतन जाकर अपनी मां और रिश्तेदारों से मिलेगा, लेकिन कानूनी कारणों से उसकी पत्नी और बच्चे यहीं छूट गए गए हैं. इमरान बस अब यही मुराद लेकर जा रहा है कि वह अपनी सरकार से दरख़्वास्त करेगा कि उसके परिवार को वापस पाने के लिए ज़रूरी कदम उठाए.