बढ़ रही ठंड से छाने लगा कोहरा, जवानों को अंदरुनी इलाकों में न जाने की सलाह

बढ़ रही ठंड से छाने लगा कोहरा, जवानों को अंदरुनी इलाकों में न जाने की सलाह

रायपुर
 माओवादी मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबलों के जवानों पर कोहरे का असर दिखाई देने लगा है। प्रभावित इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के कारण उनकी क्षमता प्रभावित होने लगी है। इसे देखते हुए चिन्हांकित इलाकों में सर्चिंग ऑपरेशन चलाए जा रहे है।

माओवादियों द्वारा बिछाए गए एंबुश में फंसने की आशंका को देखते हुए उन्हें जंगल के अंदरूनी इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। 2 दिम्बर से शुरू हुए माओवादियों से शहीदी सप्ताह को देखते हुए उन्हें अलर्ट रहने कहा गया है। गौरतलब है कि राज्य में उत्तरी हवा का राज्य में असर दिखाई देने लगा है। इसके कारण मैदानी इलाकों में लगातार ठंड बढ़ रही है। जंगल और तराई वाले क्षेत्रों में घना कोहरा छाने लगा है।

हेलिकॉप्टरों के उड़ान पर असर : कोहरे के असर से नियमित रूप से होने वाले हवाई गश्त प्रभावित हुइ है। हेलिकॉप्टर की दो उड़ान के बाद जमीन नहीं दिखाई देने से उड़ानों को सीमित कर दिया गया है। उड़ान के बाद नीचे का इलाका दिखाई नहीं देने के कारण कुछ स्थानों पर ही गश्त करने की अनुमति दी गई है। माओवादी मोर्चे पर एयरफोर्स के तीन, राज्य पुलिस व केंद्रीय सुरक्षाबलों के 4 हेलिकॉप्टरों को तैनात किया गया है। वह माओवादियों की टोह लेने के लिए रोजाना 5 अलग-अलग स्थानों पर उड़ान भरते हैं।

माओवादी सक्रिय
शहीदी सप्ताह के शुरू होने के बाद माओवादियों द्वारा अंदरुनी इलाकों में सभा और बैठकें लेने के इनपुट मिले है। नियमित सर्चिंग के दौरान कैंप लगाने, प्रशिक्षण शिविर का आयोजन और मारे गए साथियों को याद करने स्मारक भी बनाया जा रहा है। राज्य पुलिस के अफसरों ने बताया कि धुंध के कारण जंगल के भीतरी इलाकों में दूर तक दिखाई नहीं देने के कारण याद में स्मारक बनाने में भी लगे हैं। इसलिए कोहरे के बीच यदि फोर्स आपरेशन चलाता है तो वे माओवादियों के एंबुश में फंस सकते हैं। इसे देखते हुए राज्य पुलिस ने निर्देश जारी किया है।

सुरक्षा को प्राथमिकता
बस्तर रेंज के आइजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि सुरक्षाबलों के जवानों को कोहरे से बचने के लिए डिवाइस वितरीत किए गए हैं। इसलिए राज्य पुलिस ने अंदरुनी इलाकों में जाने और किसी भी तरह का खतरा मोल नहीं लेने की हिदायत दी गई है।